For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

खाना बनाने का था शौक, Lockdown में मिला आइडिया, अब कमा रही हर माह 1.5 लाख रु

|

Buns & Deluchas : मुंबई की सीमा मकवाना के लिए, कोविड के लगाया गया लॉकडाउन एक जीवन बदलने वाला समय रहा। इस समय उन्हें अपना सपना पूरा करने का मौका मिला। होममेकर और दो बच्चों की मां ने लॉकडाउन के दौरान अपने खाना पकाने और बेकिंग कौशल के साथ प्रयोग करके आखिरकार एक सफल होम-बेस्ड बिजनेस बना लिया। कांदिवली में अपने हाउसिंग सोसाइटी में अपने घर के बने स्नैक्स को बेचने से लेकर अंत में बन्स एंड डेलुचास लॉन्च करने तक, एक क्लाउड किचन जो स्वस्थ और घर का बना फास्ट फूड परोसता है, सीमा ने पिछले दो वर्षों में एक लंबा सफर तय किया है।

खाना बनाने का था शौक, कमा रही हर माह 1.5 लाख रु

क्या है खासियत
द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सीमा किसी भी प्रकार के परिरक्षकों (खाद्य पदार्थों को खराब होने से बचाने के लिए लकड़ी या अन्य सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ) का उपयोग नहीं करती। इसलिए उनके प्रोडक्ट सभी उम्र के लोगों के खाने के लिए स्वस्थ और सुरक्षित है। हालांकि ये फास्ट फूड आइटम हैं, मगर सीमा कहती हैं कि ये स्वाद के अनुरूप भारतीय टेस्ट में तैयार किए जाते हैं।

बन्स एंड डेलुचास किया लॉन्च
दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया, बन्स एंड डेलुचास पूरे मुंबई में स्वादिष्ट और यूनीक फास्ट फूड आइटम का एक शानदार मेनू प्रोवाइड करता है। अब उनके खरीदार ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी हैं।

खाना बनाने का था शौक, कमा रही हर माह 1.5 लाख रु

कितनी है इनकम
सीमा ने 5 लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ कारोबार शुरू किया था और अब वे औसतन 1.5 लाख रुपये प्रति माह के ऑर्डर प्राप्त कर रही हैं। सीमा का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह खाना पकाने के अपने जुनून को एक बिजनेस वेंचर में बदल सकती हैं।

घर की ज़िम्मेदारियों के साथ शुरू किया बिजनेस
एक गृहिणी होने के नाते, सीमा ने घर की ज़िम्मेदारियों को पूरा करने के साथ-साथ बिजनेस शुरू किया, जो कि आसान नहीं था। वे हमेशा अपने दम पर कुछ शुरू करना चाहती थीं, लेकिन इसे समझने के लिए उन्हें मौका महामारी के दौरान मिला।

खाना बनाने का था शौक, कमा रही हर माह 1.5 लाख रु

मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं सीमा
एक मध्यमवर्गीय परिवार में पली-बढ़ी, सीमा कहती हैं कि आर्थिक तंगी के कारण उन्हें 10वीं कक्षा के बाद अपनी पढ़ाई बंद करनी पड़ी। उसके बाद, उनके पास करने के लिए बहुत कुछ नहीं था, लेकिन उन्हें खाना पकाने में दिलचस्पी हो गई। उनके पास पर्याप्त शिक्षा नहीं थी, इसलिए उन्हें पता था कि उन्हें अच्छी नौकरी मिलने की बहुत कम उम्मीद है। लेकिन जब बिजनेस शुरू करने का विचार आया, तो उन्हें विश्वास था कि उन्हें ये पसंद है। उनके पूरे परिवार ने उन्हें इस बिजनेस को शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया। सीमा ने 'सीमा के मिस्ट्री बन्स' के रूप में स्टफ्ड बन्स के एक छोटे से क्यूरेटेड मेनू के साथ शुरुआत की थी, जिसे बहुत अच्छा रेस्पोंस मिला। इससे उन्हें अपने बिजनेस का विस्तार करने और मेनू में अधिक प्रकार के भोजन जोड़ने का विश्वास मिला। सीमा के अनुसार उनके सभी व्यंजन इस बात को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं कि ऐसे रेस्तरां या ब्रांड नहीं हैं जो भारतीय स्वाद के साथ स्वस्थ लेकिन स्वादिष्ट फास्ट फूड पेश करें।

अजब-गजब : सिक्कों में पेमेंट करके खरीदी मनपसंद Bike, बचत करने में लगे कई सालअजब-गजब : सिक्कों में पेमेंट करके खरीदी मनपसंद Bike, बचत करने में लगे कई साल

English summary

was fond of cooking got idea in lockdown now earning Rs 1 point 5 lakh per month

Being a housewife, Seema started the business along with taking care of household responsibilities, which was not easy. She always wanted to start something on her own.
Story first published: Wednesday, November 2, 2022, 19:54 [IST]
Company Search
Thousands of Goodreturn readers receive our evening newsletter.
Have you subscribed?