स्टॉक या शेयर जो कि भारत देश में बहुत ही जाने माने नाम हैं, ये एक कंपनी के स्वामित्व को प्रदर्शित करते हैं। यहाँ तक कि अगर आपके पास किसी कंपनी का केवल एक शेयर भी है तो भी आप उस कंपनी के शेयरहोल्डर कहलाएंगे और कुछ निश्चित अधिकारों और पात्रताओं को पाने का दावा कर पाएंगे।
भारत में एक बार IPO अथवा प्राथमिक जन प्रस्ताव की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने पर शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हो जाते हैं और आप उस शेयर में ट्रेडिंग (क्रय - विक्रय) कर सकते हैं। ये स्टॉक या शेयर NSE एवं BSE दोनों में लिस्टेड होते हैं।
भारत में विभिन्न प्रकार के शेयर हैं जिनमे ट्रेडिंग की जाती है कुछ देर के लिए हम केवल शेयर की बात करेंगे, स्टॉक की नहीं। यहाँ अधिमान अंश (प्रेफरेंस शेयर) भी होते हैं और समता अंश (इक्विटी शेयर) भी होते हैं लेकिन वे केवल समता अंश ही होते हैं जिनमे ट्रेडिंग की जाती है।
साथ ही यहाँ कुछ नए प्रकार के शेयर भी होते हैं जिन्हे डिफरेंसियल वोटिंग राइट्स के साथ शेयर कहते हैं एवं यह DVR के नाम से मशहूर हैं। भारत में टाटा मोटर्स जैसी कई कम्पनियाँ हैं जो इस प्रकार के शेयर जारी करती हैं।
जब आप आईपीओ के माध्यम से बाजार में प्रवेश करते हैं तो वे बीएससी और एनएससी में ट्रेड होते हैं यहां MCX भी होता है जहां शेयर या स्टॉक ट्रेड किये जाते हैं, और जहां पर कोई भी कमोडिटी में ट्रेड कर सकते हैं।
शेयर या स्टॉक में ट्रेडिंग बहुत ही जटिल प्रक्रिया है जिसमे आपको हर बारीकियों और पेचीदगियों के बारे में सजग रहना होता है अन्यथा आपको हानि उठा कर ही एक्सचेंज से बाहर होना पड़ेगा। हम यही सुझाव देते हैं कि अगर आप इस बाजार में नए हो तो सबसे पहले आपको यह सीखने में थोड़ा समय देना चाहिए कि बाजार कैसे कार्य करता है। तब तक आपको शेयर बाजार से पैसा कमाने के लिए मदद की जरुरत पड़ती रहेगी।
आपके पास निवेश करने के लिए कई विकल्प है, जैसे की रियल एस्टेट (प्रॉपर्टीज में) और स्थिर आय प्रदान करने वाले विनियोगो में आदि। आप अपनी पसंद से कुछ भी चुन सकते हैं लेकिन, शेयर या स्टॉक में विनियोग करने का मुख्य कारण मुद्रास्फीति का सामना करना है।
चलिए आपको एक उदाहरण देते हैं मान लीजिये कि स्थिर आय वाले विनियोग से आपको 8 प्रतिशत की आय प्राप्त होती है जबकि मुद्रास्फीति की प्रचलित दर 7 प्रतिशत है तो आपको वास्तव में मात्र 1 प्रतिशत की आय हुई है शेयर और स्टॉक में विनियोग करके आप ज्यादा पैसे कमा सकते थे, इस प्रकार आप अपनी वास्तविक आय की दर को बढ़ा सकते थे। हालाकि जैसा की हमने पहले ही बताया है कि शेयर/स्टॉक ज्यादा जोखिम भरे होते हैं और जब तक आपको इसके पूर्ण जानकारी न हो तब तक आपको इस तरह के विनियोगों से दूर रहना चाहिए।