Cheque Bounce के नियम जरूर जानिए, वरना पड़ जाएंगे मुसीबत में
Cheque Bounce Rules : वैसे तो अब ऑनलाइन भुगतान बहुत अधिक होता है। खास कर युवाओं में डिजिटल पेमेंट का चलन बहुत अधिक बढ़ गया है। अधिकतर लोग सामान और सेवाओं के लिए ऑनलाइन भुगतान करते हैं। महिलाएं भी इसी ऑप्शन को पसंद करती हैं। पर अब भी आबादी का एक बड़ा हिस्सा चेक का उपयोग करता है। खास कर बिजनेस वर्ग में चेक अहम होता है, क्योंकि बड़ी पेमेंट के लिए यही सहूलियत भरा ऑप्शन माना जाता है। पर अकसर चेक बाउंस की भी खबरें सामने आती रहती हैं। यदि आप भी चेक का इस्तेमाल करते हैं तो चेक बाउंस के नियम भी जरूर जान लें।
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जेल और जुर्माना
अगर आप चेक से पेमेंट करते हैं तो चेक बाउंस के नियमों को जरूर जानें। होता यह है कि चेक बाउंस हो जाए तो आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है। इतना ही नहीं आपके जेल जाने की नौबत आ सकती है। इस मामले में भारी जुर्माना और दो साल की कैद हो सकती है। यदि आप ये अपराध बार-बार करते हैं, तो बैंक आपकी चेकबुक सुविधा बंद कर सकता है या आपका खाता भी बंद कर सकता है।
चेक बाउंस होने का कारण
यदि आपका चेक बाउंस हो जाता है, तो इसके एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। इनमें आपके अकाउंट में बैलेंस कम होना सबसे अहम कारण है। दूसरे बैंक खाते और चेक पर किए सिग्नेचर का न मिलना भी एक कारण हो सकता है। वहीं चेक पर लिखा गया नंबर अगर सही न हो तो भी चेक बाउंस हो जाता है। इसी तरह अगर चेक खराब हो चुका है तो भी बैंक उसे क्लियर करता।
चेक बाउंस हुआ तो क्या होगा
चेक बाउंस हुआ तो बैंक आप पर जुर्माना लगाएगा। जुर्माना चेक बाउंस होने के कारण के अलावा बैंक पर निर्भर करता है। दूसरी अहम बात यह है कि अगर आपके खाते में कम बैलेंस होने के कारण चेक बाउंस हुआ है तो फिर यह आपराधिक श्रेणी में आएगा। आप पर नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट, 1881 के तहत मुकदमा चल सकता है। इसी मामले में आपको दो साल तक के लिए जेल जाना पड़ सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
चेक जारी करने से पहले ध्यान दें कि अकाउंट पेयी चेक जारी करें। दूसरे आप जो सिग्नेचर चेक पर कर रहे हैं वो बैंक में रजिस्टर्ड हों। तीसरे खाते में पर्याप्त बैलेंस हो और आखिरी बिंदु कि चेक पर भरी जाने वाली जानकरी सावधानीपूर्वक दर्ज करें।
चेक बाउंस होने से बचें
चेक बाउंस भारत में काफी सामान्य सी घटना लगती है, क्योंकि इसके बारे में व्यापक कानून होने के बावजूद चेक बाउंस होने पर सख्त सजा नहीं है। मगर आपको कानूनी परेशानी में पड़ने से बचने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए कि आपका चेक बाउंस न हो, क्योंकि इसका नतीजा समय और धन की बर्बादी के रूप में सामने आएगा। कानूनी नोटिस से बचने के लिए आपको चेक बाउंस होने के प्रमुख कारणों को ध्यान में रखना चाहिए। हालाँकि, यदि आप चेक बाउंस मामले के कारण कानूनी परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो मदद के लिए कई वेबसाइट हैं।