Gold : घर बैठे-बैठे 1 लाख हो गए 1.45 लाख रु, तोड़ दिया रिकॉर्ड
Gold gives 45 percent return in a year: पिछले काफी समय से देश और दुनिया में खराब खबरें ही आ रही हैं। अभी तो कोरोना का कहर जारी है, लेकिन इससे पहले अर्थव्यवस्था में सुस्ती लोगों को परेशान कर रही थी। दूसरी तरफ कारोबार को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई लगातार रेपो रेट घटा रहा है। इससे जहां बैंकों का कर्ज सस्ता हुआ है, वहीं एफडी की ब्याज दरें में एकदम नीचे आ गई हैं। शेयर बाजार का हाल सभी जानते ही हैं। ऐसे में सिर्फ गोल्ड ही ऐसा निवेश का माध्यम रहा, जिसने लोगों को रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न दिया है। आमतौर पर कहा जाता है कि अगर अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदा जाए तो कभी नुकसान नहीं होता है। ऐसे में जिन्होंने पिछले साल अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदा होगा, उनको अभी तक करीब 45 फीसदी का लाभ हो चुका है।
आइये जानते हैं कि गोल्ड का रेट बीते एक साल में कितना बढ़ा
कोरोना वायरस की वजह से विश्व भर के शेयर बाजारों में जबरदस्त भारी गिरावट देखने को मिली है। इससे डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ है। वहीं, कच्चे तेल के दाम में अभूतपूर्व गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में दुनियाभर में निवेशकों ने गोल्ड में निवेश बढ़ाया है। इसके चलते सोने का रेट बीते एक साल में करीब 45 फीसदी बढ़ा है। कोरोना महामारी से परेशान विभिन्न देशों की सरकारों ने आर्थिक पैकेज की घोषणाएं की, इससे भी सोने के दाम में वृद्धि देखने को मिली है। इस प्रकार अगर देखा जाए तो एक साल में गोल्ड का दाम करीब 45 फीसदी बढ़ गया है।
जानिए पिछले साल और अभी के गोल्ड के रेट
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक दिल्ली में 22 कैरेट वाले सोने की कीमत 24 अप्रैल, 2019 को 32,550 रुपये प्रति दस ग्राम पर थी। वहीं, बीते 24 अप्रैल, 2020 को 22 कैरेट सोने का भाव 47650 रुपये प्रति दस ग्राम पर था। इस तरह देखा जाए तो सोने के भाव में पिछले एक साल में करीब 45 फीसद की बढ़त देखने को मिली है।
और बढ़ सकता है सोने का दाम
गोल्ड के दाम में बीते 1 वर्ष में इतनी तेजी के बावजूद जानकार आने वाले समय में भी इसमें और तेजी की भविष्यवाणी कर रहे हैं। इन जानकारों के अनुसार वैश्विक मंदी के और गहराने की आशंका के कारण गोल्ड में निवेश बढ़ सकता है। उल्लेखनीय है कि अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल के संकेत के साथ निवेशक गोल्ड में निवेश को सबसे सुरक्षित निवेश मानते हैं।