Gold में निवेश का ये है सही तरीका, मिलेगा खूब फायदा
नई दिल्ली। सोना हर भारतीय की पसंद है। हर भारतीय सोना खरीदना चाहता है। लेकिन जो भी इसे खरीदता है, उसे सोने की चोरी होने का डर रहता है। ऐसे में अगर गोल्ड में सही तरीके से निवेश किया जाए तो इसका चोरी होने का डर खत्म हो जाता है। अगर आप ऐसा चहते हैं तो गोल्ड ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ) के माध्यम से गोल्ड की खरीदरी करें।
कई कंपनियां चला रही हैं ऐसी स्कीम्स
गोल्ड ईटीएफ की सुविधा कई म्युचुअल फंड कंपनियां देती हैं। इन गोल्ड ईटीएफ में निवेश के कई विकल्प मिलते हैं, जिसमें एक बार में या थोड़ा-थोड़ा करके गोल्ड खरीदने की छूट रहती है। निवेशक चाहे तो सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) माध्यम हर माह निवेश करके भी गोल्ड खरीद सकते हैं।
कैसे काम करती है स्कीम
गोल्ड ईटीएफ में निवेशक जितना भी पैसा लगाता है, उतने रुपये का गोल्ड उसके डीमैट अकाउंट में जमा कर दिया जाता है। यहां पर घटतौली का चक्कर नहीं होता है। इसके अलावा यह गोल्ड 24 कैरेट का होता है, इसमें मिलावट की आशंका नहीं होती है। अगर किसी ने 5 हजार रुपये का गोल्ड खरीदा है, तो उसे उस दिन के भाव के हिसाब से जितना भी गोल्ड 5 हजार रुपये में आएगा, उसे यूनिट के रूप में एलाट कर दिया जाएगा। इन्वेस्टर्स जैसे-जैसे गोल्ड में निवेश बढ़ाते जाते हैं, वैसे-वैसे उनकी गोल्ड की यूनिट बढ़ती जाती है।
जब चाहें बेचने की छूट
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के बाद अपने गोल्ड को जब चाहें निवेशक बेच सकते हैं। इसमें किसी भी प्रकार की रोक नहीं होती है। आज गोल्ड खरीद कर कल भी उसे बेचा जा सकता है। अगर निवेश चाहे तो कई साल तक भी गोल्ड अपने पास रख सकता है। बेचने पर भुगतान उसी दिन के बाजार भाव के अनुसार मिलता है।
कितने दिन में मिल जाता है पैसा
म्यूचुअल फंड में पेमेंट टी प्लस टू के आधार पर मिलता है। गोल्ड ईटीएफ भी म्यूचुअल फंड ही होते हैं। इसलिए पेमेंट इसी आधार पर मिलता है। यह पेमेंट गोल्ड बेचने के तीसरे ट्रेडिंड डे पर मिलता है। ट्रेडिंग डे से मतलब है कि कारोबारी दिवस। अगर बीच में अवकाश रहेगा तो उसे नहीं गिना जाता है। जैसे अगर शुक्रवार को किसी ने गोल्ड बेचा है तो उसे पेमेंट मंगलवार को मिलेगा, क्योंकि शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा।