FPI : विदेशी निवेशकों ने बनाया रिकॉर्ड, इक्विटी बाजार में लगाए 60358 करोड़ रु
नयी दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर में भारतीय बाजार में 62,951 करोड़ रु का निवेश किया है। ये निवेश उन्होंने 3 से 27 नवंबर तक की अवधि में किया। ये लगातार दूसरा महीना रहा, जिसमें एफपीआई शुद्ध खरीदार रहे। 62,951 करोड़ रु के कुल निवेश में से 60,358 करोड़ रु इक्विटी बाजार में निवेश किए गए हैं, जबकि बाकी 2593 करोड़ रु का निवेश डेब्ट सेगमेंट में किया गया है। बता दें कि राष्ट्रीय प्रतिभूति डिपॉजिटरी (एनएसडी) ने जब से एफपीआई के आंकड़े उपलब्ध कराने शुरू किए हैं तब से इक्विटी सेगमेंट में किया गया ये सर्वाधिक निवेश है।
अक्टूबर में कितना किया था निवेश
अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपये का निवेश किया था। जानकारों का कहना है कि वैश्विक निवेशक विकसित बाजारों से अधिक उभरते (Emerging) हुए बाजारों में निवेश करना पसंद कर रहे हैं क्योंकि ऐसे बाजारों में तेजी की संभावना बहुत ज्यादा है। दक्षिण कोरिया और ताइवान जैसे अन्य उभरते बाजारों में भी इसी तरह की ट्रेंड देखा गया है।
नामी कंपनियों में जम कर निवेश
एक्सपर्ट्स के अनुसार इस समय विदेशी निवेशक नामी कंपनियों में खूब निवेश कर रहे हैं। इसके बाद बैंकिंग सेक्टर को खूब पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा माना जा रहा है कि नवंबर में कुछ अनिश्चितताएं पीछे रह गई है, जिससे एफपीआई ने काफी निवेश किया। अमेरिकी चुनाव को लेकर काफी असमंजस था, मगर अब स्थिति साफ होने से अनिश्चितता कम हो गई है।
डॉलर में कमजोरी बड़ी वजह
नवंबर में एफपीआई के जम कर निवेश करने के पीछे अन्य प्रमुख कारक अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और आकर्षक वैल्यूएशन रहे। आगे घरेलू मोर्चे पर सबसे बड़ी चुनौती कोरोना मामलों को नीचे लाना और अर्थव्यवस्था को विकास के रास्ते पर वापस लाना होगा। मैक्रोइकोनॉमिक स्थिति में सुधार हुआ है, जिससे अब तक ये सुनिश्चित हुआ है कि एफपीआई निवेश बरकरार रहे।
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