म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?
यहां पर आपको म्यूचुअल फंड और म्यूचुअल फंड के प्रकार जैसे इक्विटी फंड, बैलेंस फंड के बारे में बताएंगे, साथ ही बताएंगे कि भिन्न-भिन्न प्रकार के म्यूचुअल फण्ड में कहां और कैसे निवेश करते हैं।
जो कोई भी निवेश के बारे में थोड़ा बहुत जानकारी रखते हैं उन्हें म्यूचुअल फंड के बारे में पता होगा। अगर आप नहीं जानते कि म्यूचुअल फंड क्या है तो आपको यहां पर हम बता देते हैं। म्यूचुअल फंड एक प्रकार का सामूहिक निवेश होता है। निवेशकों के समूह मिलकर स्टॉक, अल्प अवधि के निवेश या अन्य सेक्यूरीटीज पर निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड में एक फंड प्रबंधक होता है जो फंड के निवेशों को निर्धारित करता है और साथ ही लाभ हानि का हिसाब भी रखता है। इसमें जो भी फायदा या नुकसान होता है वह निवेशकों में बांट दिया जाता है।
अब आपको यहां पर बताएंगे कि म्यूचुअल फंड के कौन-कौन से प्रकार हैं-
म्यचुअल फंड के प्रकार
वैसे तो म्यूचुअल फंड 7 प्रकार के होते हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा सिर्फ 5 प्रकारों के फंड की होती है। ये फंड है इक्विटी फंड, बैलेंस फंड, इंडेक्स फंड, डेब्ट फंड, मनी मार्केट फंड, गिल्ड फंड और लिक्विड फंड। अब आपको आगे की स्लाइड में इन फंडों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
मनी मार्केट फंड
ये फंड अल्पकालिक फिक्स्ड आय प्रतिभूतियों जैसे सरकारी बांड, ट्रेजरी बिल, बैंकरों की स्वीकृति, वाणिज्यिक पत्र और जमा प्रमाणपत्रों में निवेश करते हैं। ये आम तौर पर एक सुरक्षित निवेश होते हैं, लेकिन इसमें अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंड्स की तुलना में थोड़ा कम रिटर्न प्राप्त होता है। यह फंड एक सुरक्षित फंड है, यह उन लोगों के लिए है जो कि तुरंत निवेश का फायदा भी चाहते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें, पढ़ें और सीखें
इक्विटी फंड
इक्विटी फंड, एक म्युचुअल फंड होता है जो स्टॉक में मुख्य रूप से निवेश करता है। यह सक्रिय या निष्क्रिय (इंडेक्स फंड) रूप से प्रबंधित हो सकता है। इक्विटी फंड को स्टॉक फंड के रूप में भी जानते हैं। स्टॉक म्युचुअल फंड, मुख्य रूप से कंपनी के आकार, पोर्टफोलियो और भूगोल में होल्डिंग्स की निवेश शैली के अनुसार वर्गीकृत किए जाते हैं। इक्विटी फंड क्या है और यह कितने प्रकार का होता है?
डेब्ट फंड
जहां इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पब्लिक लिस्टेड कंपनियों में निवेश करते हैं, वहीं डेब्ट फंड्स सरकारी और कंपनियों की फिक्स-इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। इनमें कॉर्पोरेट बॉण्ड, सरकारी सिक्योरिटीज, ट्रेजरी बिल, मनी मार्केट इंस्टूमेंट्स और अन्य कई प्रकार की डेब्ट सिक्योरिटीज शामिल हैं।
शेयर की तरह किसी कंपनी की इक्विटी में निवेश करना उस कंपनी की ग्रोथ के लिए हिस्सेदारी को खरीदना है। लेकिन जब आप डेब्ट फंड खरीदते हैं तो, आप जारी करने वाली संस्था को लोन देते हैं। सरकार और प्राइवेट कंपनियां अपने विभिन्न कार्यक्रमों को चलाने के लिए लोन पाने के लिए बिल और बॉण्ड जारी करती हैं। डेब्ट फंड क्या हैं और इनमें कौन निवेश कर सकता है?
बैलेंस फंड
बैलेंस फंड को हाइब्रिड फंड भी कहते हैं। यह कॉमन स्टॉक, बांड और अल्पावधि बांड होता है। इस फंड जोखिम कम होता है और ज्यादातर निवेश की गई पूंजी की सुरक्षा की गारंटी होती है। इस तरह से कह सकते हैं कि यह फंड लाभदायक है। बेहतरीन म्यूचुअल फंड चुनने के 5 आसान तरीके
गिल्ट फंड
यह फंड सबसे ज्यादा सुरक्षित फंड माना जाता है। इसमें कंपनी निवेशकों से लिया हुआ सारा पैसा सरकार, सरकारी योजनाओं में लगा देती है। चूंकि, इसमें सरकार का बैकअप रहता है, इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं रहता है।
लिक्विड फंड
इन योजनाओं के अंतर्गत पैसा मुख्य रुप से अल्पकालिक साधनों में निवेश किया जाता है। उदाहरण के लिए टी बिलों, सीपी आदि में। यह फंड कम समय के निवेश पर अच्छा रिटर्न देने के लिए जाना जाता है।
ग्रोथ फंड
इस फंड की सहायता से अधिकतम फायदा प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है। इसके अंतर्गत उन कंपनियों में निवेश किया जाता है जो बाजार में अच्छा ग्रोथ करती हैं लेकिन इस फंड में जोखिम ज्यादा होता है।