सायरस मिस्त्री : अब दोबारा नहीं लेना चाहता टाटा ग्रुप में कोई पद
नयी दिल्ली। टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री ने कहा है कि एनसीएलएटी का आदेश उनके पक्ष में होने के बावजूद, वे टाटा संस, टीसीएस, टाटा टेलीसर्विसेज या टाटा इंडस्ट्रीज के कार्यकारी अध्यक्ष का पद नहीं चाहते। उन्होंने एनसीएलएटी के फैसले का सम्मान करने की बात कही। इन कंपनियों में कोई पद न लेने के बावजूद वे माइनॉरिटी शेयरधारकों के रूप में अपने अधिकारों की रक्षा और टाटा संस में गवर्नेंस और पारदर्शिता को बहाल करने के लिए विकल्प पर विचार करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 18 दिसंबर 2019 को एनसीएलएटी ने एनसीएलटी के फैसले को पलटते हुए मिस्त्री को टाटा समूह के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बहाल करने का आदेश दिया था। फैसले में एन चंद्रशेखरन की नियुक्ति को कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अवैध करार दिया गया था। इसके बाद टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज या टीसीएस ने एनसीएलएटी यानी नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल के उस आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें साइरस मिस्त्री को कंपनी का निदेशक बनाया गया था।
टाटा संस-सायरस मिस्त्री घटनाक्रम :
24 अक्टूबर 2016 : टाटा संस ने सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया था। उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया।
25 अक्टूबर 2016 : मिस्त्री ने टाटा संस के बोर्ड को पत्र लिख कर टाटा के ट्रस्टी द्वारा क्षद्म नियंत्रण का लगाया आरोप।
19 दिसंबर 2016 : मिस्त्री ने टाटा समूह की सभी कंपनियों के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया।
20 दिसंबर 2016 : मिस्त्री ने एनसीएलटी में याचिका दाखिल कर अल्पमत शेयरधारकों के दमन और कुप्रबंधन का आरोप लगाया।
12 जनवरी 2017 : टाटा संस ने एन चंद्रशेखरन को चेयरमैन नियुक्त कर दिया।
6 फरवरी 2017 : मिस्त्री को टाटा संस के बोर्ड से भी निदेशक पद से हटाया गया।
21 सितंबर 2017 : टाटा संस के बोर्ड ने प्राइवेट कंपनी बनने की योजना को हरी झंडी दिखायी।
12 जून 2018 : एनसीएलटी ने फैसले के लिए 4 जुलाई की तिथि तय की।
4 जुलाई 2018 : एनसीएलटी ने फैसले की तिथि को बढ़ाकर 9 जुलाई किया।
9 जुलाई 2018 : एनसीएलटी ने मिस्त्री की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने टाटा संस के चेयरमैन पद से बर्खास्त किए जाने को चुनौती दी थी। ट्रिब्यूनल ने कहा कि मिस्त्री को बोर्ड से इसलिए हटाया गया, क्योंकि बोर्ड और उसके सदस्यों का उन पर से विश्वास खत्म हो गया था।
18 दिसंबर 2019 : एनसीएलएटी ने टाटा समूह के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में साइरस मिस्त्री को एक बार फिर नियुक्त करने का आदेश दिया।
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