नोबेल विजेता अर्थशास्त्री ने नोटबंदी को बताया बड़ी चूक!
भारत में जहां केंद्र सरकार मूडीज की रेटिंग को लेकर गदगद है वहीं नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री रिचर्ड थेलर ने मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना की है। रिचर्ड थेलर ने मोदी सरकार की नोटबंदी की नीति की आलोचना की है। हालांकि उन्होंने नोटबंदी की तारीफ की लेकिन उसे लागू करने और लगातार उसकी नीतियों में बदलाव करने की आलोचना भी की है।
बड़ी चूक!
समाचार पोर्टल नवभारत टाइम्स में प्रकाशिक खबर के मुताबिक, अमेरिका के अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता रिचर्ड थेलर का मानना है कि मोदी सरकार का नोटबंदी का कॉन्सेप्ट अच्छा था लेकिन उसे लागू करने में बड़ी चूकें हुईं। थेलर ने कहा कि 2000 रुपये का नोट लाना समझ से परे है। इससे काला धन खत्म करना और देश को लेस कैश इकॉनमी बनाने जैसे उद्देश्य भी मुश्किल हो गए। यह बात थेलर ने शिकागो यूनिवर्सिटी के छात्र स्वराज कुमार के सवाल के जवाब में कही।
छात्र के सवाल का दिया जवाब
शिकागो यूनिवर्सिटी के छात्र स्वराज कुमार ने ट्विटर पर थेलर के साथ ई-मेल पर हुई बातचीत साझा की है। नोटबंदी पर पूछे गए सवाल पर थेलर ने ईमेल से जवाब दिया, 'कैशलेस सोसायटी की ओर बढ़ने और भ्रष्टाचार मिटाने के लिए यह कॉन्सेप्ट अच्छा था, लेकिन इसको लागू करने में बड़ी गलतियां हुईं और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाने से यह पूरी प्रक्रिया टेढ़ी-मेढ़ी हो गई।' स्वराज के ट्वीट को थेलर ने रीट्वीट भी किया।
तब किया था समर्थन
8 नवंबर 2016 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था, तब थेलर ने ट्वीट कर कहा था कि वह ऐसे कदम का शुरू से हिमायती रहे हैं। हालांकि, बाद में यह पता चलने पर उन्होंने अफसोस भी जताया था कि सरकार ने 2000 रुपये का नया नोट भी जारी कर दिया।
प्रोफेसर रिचर्ड थेलर को मिला है नोबेल
शिकागो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रिचर्ड थेलर को इस साल 2017 में ही अर्थशास्त्र का नोबेल दिया गया है। यह पुरस्कार व्यावहारिक अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया।