दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत, ब्रिटेन को पछाड़ा
भारत जिस तेजी से बढ़ रहा है उस हिसाब से भारत 2020 तक ब्रिटेन को पछाड़ देगा, लेकिन भारत ने ये आंकड़ा तय वक्त से काफी पहले छू लिया।
हाल ही हमें भारत ने ब्रिटेन की अर्थ व्यवस्था को पीछे छोड़ दिया। भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत ने ये मील का पत्थर तय वक्त से 3 साल पहले ही पूरा कर लिया है। फोर्ब्स के लेख में इस बात का जिक्र भी किया गया है। लेख के मुताबिक भारत जिस तेजी से बढ़ रहा है उस हिसाब से भारत 2020 तक ब्रिटेन को पछाड़ देगा, लेकिन भारत ने ये आंकड़ा तय वक्त से काफी पहले छू लिया।
फोर्ब्स के लेख में दिए आंकड़े का जनसत्ता ने जिक्र किया है जिसमें लिखा है कि, ब्रिटेन की 1.87 ट्रिलियन पाउंड की जीडीपी एक डॉलर के मुकाबले 0.81 पाउंड की एक्सचेंज रेट पर 2.29 ट्रिलियन डॉलर में बदलती है। वहीं भारत की 153 ट्रिलियन रुपए की जीडीपी एक डॉलर के मुकाबले 66.6 रुपये से बदलने पर 2.30 ट्रिलियन डॉलर होती है। अब भारत की जीडीपी ग्रोथ की बात करें तो भारत 7 फीसदी की ज्यादा की दर से आगे बढ़ रहा है, जिससे भारत भविष्य में अपने और ब्रिटेन के बीच के फासले को और बढ़ा सकता है, वहीं ब्रिटेन 2.0 की विकास दर से आगे बढ़ रहा है। भारत की वर्तमान जीडीपी 2.095 ट्रिलियन डॉलर है। भारत दक्षिण एशियाई देशों के मुकाबले बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था है साथ ही भारत के पास मैन पॉवर सबसे ज्यादा है। इस कारण से दुनिया के देश भारत में निवेश करेंगे और ये निवेश भारत की अर्थव्यवस्था को और गति देंगे। वहीं ब्रिटेन की जीडीपी भले ही भारत से थोड़ी अधिक हो लेकिन यूरोपीय यूनियन से अलग होने के बाद वहां बेरोजगारी बढ़ेगी, साथ ही अर्थव्यस्था की गति भी धीमी पड़ जाएगी। भारत के मुकाबले ब्रिटेन की प्रति व्यक्ति आय कई गुना ज्यादा है। भारत की प्रति व्यक्ति आय जहां 1600 डॉलर है वहीं ब्रिटेन की प्रति व्यक्ति आय 43,390 डॉलर है। विकास दर के मामले में एक बार फिर भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है। भारत की वर्तमान विकास दर 7.55 है और विश्वबैंक के मुताबिक अगले कुछ वर्षों तक भारत इसी या फिर इससे तेज गति से विकास करेगा। वहीं भारत के मुकाबले ब्रिटेन की विकास दर 2.0 है। भारत ने पिछले 15 वर्षों में देश में विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया है जिससे देश में नए रोजगार पैदा हुए हैं, वहीं वर्तमान मोदी सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों से आने वाले वर्षों में और रोजगार पैदा होने की उम्मीद जताई जा रही है। भारत की वर्तमान बेरोजगारी दर 3.6 है जबकि ब्रिटेन की बेरोजगारी दर 6.3 है। भारत में वर्तमान में एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 67.88 रुपए है जबकि डॉलर के मुकाबले ब्रिटिश पाउंड की कीमत 0.80 अमेरिकी डॉलर है। इस मामले में भारत को अभी और सुधार करना है, आंकड़ो में ये संख्या बेहद कम लग रही है लेकिन देश की आबाकी के अनुपात में ये संख्या करोड़ो में है। भारत में वर्तमान गरीबी की दर 21.9 फीसदी है जबकि ब्रिटेन के संबंध में बिश्व बैंक ने किसी तरह के गरीबी के आंकडे़ नहीं दिए हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो भारत ने 200 सालों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहकर काफी कुछ खोया वहीं ब्रिटेन की भारत की अकूत धन-संपदा का लाभ उठाया और दुनिया की महाशक्ति बन बैठा। अब आजादी के 69 वर्ष बाद भारत ने सतत विकास के जरिए ये बता दिया है कि तमाम कठिनाइयों के बावजूद भारत दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है और आर्थिक नजरिए से भारत दुनिया के विकासशील देशों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकता है।तेजी से बढ़ रहा है भारत
भारत की ग्रोथ रेट ब्रिटेन से ज्यादा
जीडीपी
प्रति व्यक्ति आय
विकास दर
बेरोजगारी दर
डॉलर की कीमत
गरीबी के आंकड़े
सारांश