Bank Of India : सभी तरह का कर्ज किया सस्ता, जानें कितना फायदा
अगर आपका खाता बैंक ऑफ इंडिया में है तो आपके लिए बड़े काम की खबर है। दरअसल बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए कर्ज सस्ता कर दिया है।
नई दिल्ली: अगर आपका खाता बैंक ऑफ इंडिया में है तो आपके लिए बड़े काम की खबर है। दरअसल बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए कर्ज सस्ता कर दिया है। जी हां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने एक्सटर्नल बेंचमार्क आधारित प्रोडक्ट्स पर ब्याज दर में 0.75 फीसद की कटौती का रविवार को ऐलान किया। इसके साथ ही एक्सटर्नल बेंचमार्क आधारित लोन पर बैंक अब 7.25 फीसद की दर से ब्याज लेगा। बैंक का एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट आरबीआई के रेपो रेट से जुड़ा होता है। केंद्रीय बैंक ने 27 मार्च को रेपो रेट में 0.75 फीसद की भारी कटौती का ऐलान किया था। अब आरबीआई का रेपो रेट 4.40 फीसद हो गया है। जानकारी दें कि बैंक ऑफ इंडिया की ओर से घोषित नई दरें एक अप्रैल से प्रभावी होंगी। Home Loan : रेट कट के बाद जानिए कितनी कम हो जाएगी EMI ये भी पढ़ें
सस्ता होगा बैंक का होम लोन, कार लोन
बता दें कि बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट में 0.75 फीसद की कटौती की गई है और यह 7.25 फीसद सालाना हो गया है। इसके साथ ही हमने अपने होम, व्हिकल लोन लेने वाले ग्राहकों और एमएसएमई ग्राहकों को आरबीआइ की ओर से की गई कटौती का लाभ दे दिया है।
एमसीएलआर में भी कमी
बैंक ने इसके अलावा मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में भी 0.15 फीसद से 0.25 फीसद कटौती का ऐलान किया है। एक दिन के कर्ज के लिए बैंक ने ब्याज दर में 0.15 फीसद की कटौती का ऐलान किया है। वहीं, एक माह से एक साल तक लोन 0.25 फीसद तक सस्ता हो गया है। बैंक के एक साल का एमसीएलआर 7.95 फीसद हो गया है।
क्या है एमसीएलआर ?
एमसीएलआर को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं। इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं। ये बेंचमार्क दर होती है। इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं। इसके साथ ही एमसीएलआर घटने पर लोन की ईएमआई सस्ती हो जाती है। बता दें कि 1 अप्रैल 2016 से एमसीएलआर लागू हुआ। एमसीएलआर को कर्ज के लिए न्यूनतम दर माना जाता है। वहीं बैंक अब एमसीएलआर के आधार पर ही लोन देते हैं।
एसबीआई ने भी कम कर दिया है रेट
इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने भी ब्याज दरों में भारी कमी का ऐलान किया था। इससे बैंकों से कर्ज लेने वाले ऐसे ग्राहकों को फायदा होगा, जिनकी आमदनी लॉकडाउन के वजह से प्रभावित हुई है। ब्याज दरों में कमी से लोगों से ईएमआई का बोझ कम हो जाएगा। एसबीआई ने ईबीआर और आरएलएलआर में 75 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की है। यह कटौती 1 अप्रैल 2020 से लागू होगी।
एसबीआई का नया लेंडिंग रेट
एसबीआई ने एक्सटर्नल लेंडिंग रेट (ईबीआर) में 0.75 फीसदी की कटौती की है, जिसके बाद यह 7.80 फीसदी से घटकर 7.05 फीसदी पर आ गया है। इसी प्रकार रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) में 0.75 फीसदी की कटौती की गई है। एसबीआई के इस फैसले के बाद आरएलएलआर 7.40 फीसदी से घटकर 6.65 फीसदी के स्तर पर आ गया है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें