RBI ने दी खुशखबरी, UPI से करें सिप
नयी दिल्ली। आरबीआई ने म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए एक खास कदम उठाया है। म्यूचुअल फंड में एसआईपी या सिप के जरिये निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। दरअसल आरबीआई ने अब यूपीआई के जरिये सिप करने की इजाजत दे दी है। इससे म्यूचुअल फंड में सिप के जरिये निवेश करने वालों को सुविधा मिलेगी। आरबीआई ने 10 जनवरी को एक अधिसूचना के जरिये एसआईपी को यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के जरिये रजिस्टर्ड करने की अनुमति दे दी। आरबीआई की अधिसूचना ओटीपी फैक्टर जैसे अतिरिक्त प्रमाणीकरण के बिना यूपीआई के जरिये निरंतर भुगतान को बढ़ावा देने वाली है। अभी तक यह सुविधा डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड भुगतान इंस्ट्रुमेंट के जरिये भुगतान करने तक सीमित थी। हालांकि एसआईपी राशि बदलने या कैंसल करते समय अतिरिक्त फैक्टर प्रमाणीकरण की जरूरत पड़ेगी। बता दें कि सिप से यूपीआई के जरिये पहले एक बार में यानी लम्पसम निवेश की म्यूचुअल फंड में पहले से ही इजाजत थी।
होगी 2000 रुपये की लिमिट
ये सुविधा 2000 रुपये तक की लेन-देन पर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और डिजिटल वॉलेट के लिए थी। यूपीआई के जरिये सिप के लिए भी यह सीमा 2000 रुपये ही होगी। हालांकि जानकारों ने 2000 रुपये की लिमिट की आलोचना की है। मगर आरबीआई की नयी सुविधा का स्वागत भी किया गया है। दरअसल दिसंबर 2019 तक म्यूचुअल फंड उद्योग में 2.97 करोड़ सक्रिय एसआईपी खाते थे, जिनका योगदान 8,518 करोड़ रुपये था। इसका मतलब है औसत निवेश एसआईपी 2,861 रुपये की थी।
खुलेगा म्यूचुअल फंड में निवेश का रास्ता
जानकारों का मानना है कि आरबीआई के इस कदम से उन लोगों के निवेश का रास्ता खुलेगा, जो नेट बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं करते मगर भीम और गूगल-पे जैसी यूपीआई ऐप से अच्छी तरह वाकिफ हैं। खास बात यह भी है कि आप अलग-अलग दिनों के लिए 2000 रुपये की कई एसआईपी के रजिस्टर कर सकेंगे। इस समय देश की करीब 135 करोड़ आबादी में से सिर्फ 2 करोड़ लोग ही म्यूचुअल फंड में निवेश किये हुए हैं। वहीं यूपीआई का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 10 करोड़ है।
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