जनधन योजना में कुल खातों की संख्या 32.61 करोड़
प्रधानमंत्री जनधन खाता योजना ताजा आंकड़ों के मुताबिक देशभर में जनधन खाताधारकों की संख्या में 5 सितंबर तक कम से कम 20 लाख लोग शामिल हुए है। इसके साथ ही वित्तीय समावेश के इस प्रमुख कार्यक्रम में खात
प्रधानमंत्री जनधन खाता योजना ताजा आंकड़ों के मुताबिक देशभर में जनधन खाताधारकों की संख्या में 5 सितंबर तक कम से कम 20 लाख लोग शामिल हुए है। इसके साथ ही वित्तीय समावेश के इस प्रमुख कार्यक्रम में खाताधारकों की कुल संख्या बढ़कर 32.61 करोड़ हो गयी है।
इस बात की जानकारी वित्त मंत्रालय के द्वारा दी गयी है। इस महीने की शुरुआत में सरकार ने पीएमजेडीवाई को उच्च बीमा कवर के साथ खुली अवधि वाली योजना के रुप में दोबारा शुरु कर दिया और ओवरड्राफ्ट ओडी सुविधा को दोगुना कर दिया है।
आकस्मिक बीमा कवर दो लाख
हांलाकि इस योजना का उद्देश्य औपचारिक बैंकिंग प्रणाली को हर घर से हर वयस्क तक ले जाना है। वित्त मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार 15 अगस्त से 5 सितंबर की अवधि के दौरान, 32.61 पीएमजेडीवाई खातों में कुल जमा में 1,266.43 करोड़ रुपए की वृद्धि देखी गई है। पीएमजेडीवाई खातों में बचा शेष धन 5 सितंबर को 82,490.98 करोड़ रुपए था। संशोधित योजना के तहत, 28 अगस्त के बाद नए पीएमजेडीवाई खातों के तहत नए रुपे कार्डधारकों के लिए आकस्मिक बीमा कवर एक लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया गया है।
ओवरड्राफ्ट की सीमा बढ़ा दी गयी
वहीं जनधन योजना के नए अवतार में अब ओवरड्राफ्ट की सुविधा के लिए खाताधारक की उम्रसीमा 18-65 साल होगी। पूर्व में अधिकतम उम्र सीमा 60 साल थी। पहले ओवरड्राफ्ट की सीमा 5,000 रुपये थी जिसे बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई। साथ ही, 2,000 रुपये के ओवरड्राफ्ट के लिए कोई शर्त नहीं होगी। ये भी अवश्य पढ़ें।
53 फीसदी खाताधारक महिलाएं हैं
केंद्र सरकार ने हाल ही में कहा हैं कि प्रधानमंत्री जनधन योजना पीएमजेडीवाई को अनिश्चित काल तक के लिए जारी रखने को मंजूरी प्रदान की गयी है। साथ ही, इसके दायरे में विस्तार करते हुए दुर्घटना बीमा को दोगुना और उम्र की सीमा में पांच साल की छूट दी गयी है। जनधन खाताधारकों में 53 फीसदी खाताधारक महिलाएं हैं और 59 फीसदी खाताधारक ग्रामीण और अर्द्धशहरी इलाकों के है।