Yes Bank : क्या बचाने के लिए आगे आयेंगे आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और कोटक
नयी दिल्ली। यस बैंक संकट में है और इसे बचाने के लिए एसबीआई प्लान तैयार कर रहा है। प्लान के तहत यस बैंक को बचाने के लिए सरकारी बैंकों से कहा गया है कि वे यस बैंक में छोटी अवधि के लिए पैसा डिपॉजिट करने के लिए कहा गया है। इसी बीच ऐसे भी अनुमान लगाये जा रहे हैं कि यस बैंक को संकट से निकालने के लिए कुछ और फर्मों के अलावा आईसीआईसीईआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी पैसा लगा सकते हैं। यस बैंक पर लगी पाबंदी को हटाने के लिए कई बैंक और संस्थानों सहित 20000 करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश और उसके बाद सरकारी बैंकों द्वारा 30000 करोड़ रुपये के डिपॉजिट का सहारा लिया जा सकता है। एसबीआई का मानना है कि इससे जमा की चिंता दूर होगी, फंड निकालने की हौड़ रुकेगी और क्रेडिट रेटिंग में अपग्रेड होगा।
ईडी का कसता जा रहा शिकंजा
वही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर पर कसता जा रहा है। ईडी ने अदालत में कहा है कि राणा कपूर ने 78 कंपनियों को लोन दिया और इनमें से अधिकतर लोन उन्होंने अपने परिवार वालों को दिये। ईडी ने यस बैंक में 20000 करोड़ रुपये के घोटाला का शक जताया है। ईडी को शक है कि फंड में हुई यह हेर-फेर राणा कपूर के यस बैंक में अधिकारी रहते हुई। ईडीने अदालत में यह भी बताया कि राणा कपूर ने 20 हजार करोड़ के एनपीए घोषित किये। ईडी को इस बात का भी शक है कि जिन कंपनियों के एनपीए घोषित हुए वे कंपनियां राणा कपूर के परिवार की हैं।
ईडी की राणा कपूर की संपत्तियों पर नजर
दिल्ली और मुंबई में संपत्तियां और यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर से संबंधित पेंटिंग ईडी की जांच के दायरे में हैं। कपूर को रविवार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार ईडी के रिमांड पेपर के मुताबिक कपूर पर 4,300 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का शक है। जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई की PMLA कोर्ट ने राणा कपूर की ईडी की हिरासत 16 मार्च तक बढ़ा दी है। ईडी के अनुसार कपूर ने कथित तौर पर डीएचएफएल से बतौर रिश्वत 600 करोड़ रुपये भी लिये।
सरकार चाहती है यस बैंक को बचाना
सरकार नहीं चाहती है कि यस बैंक बंद हो। सरकार और आरबीआई का मानना है कि यदि यस बैंक बंद हुआ तो इसका इंटरलिंक्ड फाइनेंशियल संस्थानों पर बुरा असर पड़ेगा। इससे बैंकिंग सेक्टर की ग्रोथ भी प्रभावित होगी। जनवरी में एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा था कि यस बैंक को फेल नहीं होने दिया जाएगा और इसे स्थिर करने के लिए कुछ समाधान निकाला जायेगा। इससे संकेत मिलता है कि कुछ न कुछ तैयारी तब भी चल रही थी।
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