प्याज से कमाई में तोड़ा रिकार्ड, जानिए कैसे बने करोड़पति
नयी दिल्ली। इस समय देश भर में प्याज चर्चा का मुद्दा बनी हुई है। वजह है प्याज के दामों का 120 रुपये प्रति किलो तक पहुँच जाना। इतनी महंगी कीमत पर प्याज आम आदमी के बजट से बाहर जा रही है। मगर इस प्याज ने राजस्थान के किसानों को करोड़पति बना दिया है। जी हाँ देश भर में जहाँ रोजगार में कमी और आर्थिक मंदी की बात कही जा रही है, वहीं इसी बीच राजस्थान में प्याज की खेती करने वाले किसान करोड़पति बन गये हैं। अगर कुछ ही समय में किसी को करोड़ों रुपये मिलने की बात सामने आये तो आपको लग सकता है कि शेयर बाजार या प्रॉपर्टी जैसी किसी चीज में निवेश करके कोई निवेशक करोड़पति बन सकता है। मगर यहाँ तो एक फसल ने ही उन किसानों की चांदी कर दी, जिन्हें अकसर सरकार से अपनी छोटी-बड़ी मांगों के लिए प्रदर्शन करना पड़ता है। आइये आपको बताते हैं कि आखिर क्या हुआ की राजस्थान में अलवर के किसान प्याज बेच कर करोड़पति बन गये।
एक से सवा महीने में कमाया मोटा मुनाफा
जैसे ही अक्टूबर नजदीक आता है आपूर्ति की कमी के चलते लगभग हर साल देश में प्याज की कमी हो जाती है। इसी वजह से प्याज के दाम आसमान छूने लगते हैं। मगर आम तौर पर प्याज के भाव में 10 से 15 दिन ही तेजी रहती है। पर इस बार पिछले 20 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि लगभग सवा महीने से प्याज के दाम 45 से 60 रुपये प्रति किलो पर टिके हुए हैं। स्थानीय किसानों का कहना है कि ऐसा पिछले करीब 17-20 सालों में पहली दफा हुआ है कि प्याज की कीमत इतने लंबे समय तक 50 रुपये के आस-पास टिके हुए हैं।
किसानों परिवारों की कमाई 1 करोड़ रुपये तक
राजस्थान के अलवर जिले में ऐसे हजारों किसान हैं जिन्होंने प्याज बेच कर 5 से 20 लाख रुपये तक की कमाई की है। वहीं अगर संयुक्त परिवार की बात की जाये तो यहाँ ऐसे किसान परिवार भी हैं जिन्होंने 50 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक की प्याज बेची है। किसानों को एक बीघा जमीन पर 1.5 लाख रुपये तक की प्याज मिली, जबकि बेहतर उपज वाली जगह पर 1.75 लाख रुपये तक की प्याज की पैदावार हुई। एक प्याज व्यापारी ने बताया कि उन्होंने 40 से 50 बीघा में प्याज बोई थी। इसके चलते उन्होंने हर दो दिन में 2-3 लाख रुपये की प्याज बेची।
क्या है प्याज के इतने दाम बढ़ने की वजह
दरअसल कई राज्यों में अधिक बारिश के कारण प्याज बरबाद हो गयी, जिसके चलते अलवर के किसानों की प्याज की पैदावार बहुत ऊँची कीमतों पर बिकी। पिछले साल किसानों को एक बीघा पर 50-60 रुपये का भाव मिला था, जो इस साल आपूर्ति में भारी कमी के चलते दोगुना हो गया। हालाँकि बाजारों में प्याज के दाम घटाने के लिए सरकार विदेशों से प्याज आयात कर रही है। हालाँकि प्याज व्यापारी कहते हैं कि नयी फसल आने तक प्याज के दाम बढ़े हुए रह सकते हैं।
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