PNB ने 1203 करोड़ रु धोखाधड़ी की रिपोर्ट की, जानिए पूरा मामला
सरकारी क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 1,203 करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी की बात कही है। जी हां पीएनबी ने अहमदाबाद में स्थित सिंटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा 1203 करोड़ की नई धोखाधड़ी की
नई दिल्ली: सरकारी क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 1,203 करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी की बात कही है। जी हां पीएनबी ने अहमदाबाद में स्थित सिंटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा 1203 करोड़ की नई धोखाधड़ी की रिपोर्ट की है। जिसकी कि ऋण-पुनर्गठन योजना को पिछले साल दिसंबर में ऋणदाताओं ने अस्वीकार कर दिया था। ऑनलाइन फ्रॉड से तगड़ी सुरक्षा, 50 पैसे रोज के खर्च पर पाएं बीमा सुरक्षा ये भी पढ़ें
बुधवार को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में सरकार के स्वामित्व वाले पीएनबी ने कहा कि उसने फाइलिंग में कानून के अनुसार जरूरी 215.21 करोड़ का प्रावधान किया है। उसने अहमदाबाद में अपनी कॉर्पोरेट बैंकिंग शाखा में धोखाधड़ी का पता लगने बाद ऐसा किया है। पीएनबी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा है कि अहमदाबाद के जोनल ऑफिस के तहत अहमदाबाद की बड़ी कॉर्पोरेट शाखा में मेसर्स सिन्टेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एसआईएल) के एनपीए खाते में 1203.26 करोड़ की कर्ज धोखाधड़ी का पता चला है। पीएनबी ने अहमदाबाद फर्म द्वारा 1200 करोड़ रुपये की कर्ज धोखाधड़ी की रिपोर्ट की गई है। पंजाब नेशनल बैंक ने कहा कि उसने सिनटेक्स इंडस्ट्रीज द्वारा 1203 करोड़ की धोखाधड़ी का पता लगाया है।
कंपनी सिन्टेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड जो कि कपड़ा और धागा बनाती है, उस सिन्टेक्स समूह से संबंधित है जो कि प्लास्टिक के पानी के टैंक बनाता है। भारत में घरेलू सामान निर्माता के रूप में सिन्टेक्स एक जाना पहचाना नाम है। सिन्टेक्स समूह का स्वामित्व सिन्टेक्स प्लास्टिक टेक्नोलॉजी लिमिटेड के पास है जो कि 2017 में सिन्टेक्स इंडस्ट्रीज से अलग हो गया था। देश के बैंक लंबे समय से ऋण संकट, माहामारी और इससे कमजोर आर्थिक विकास के दौर में कर्जदारों से पैसे वसूलने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि सिनटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड टेक्सटाइल से लेकर प्लास्टिक टैंक तक बनाने वाली इस कंपनी की शुरुआत 1931 में हुई थी। तब इस कंपनी का नाम भारत विजय मिल्स लिमिटेड था और गुजरात के कलोल में टेक्सटाइल मिल के तौर पर स्थापना हुई थी। इसके बाद इसी कंपनी रिब्रांडिंग सिनटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नाम से हुई थी। फिर कंपनी ने वॉटर टैंक, स्टोरेज टैंक समेत प्लास्टिक के कई बड़े आइटम्स तैयार करने की शुरुआत की। यही नहीं कंपनी ने प्लास्टिक के दरवाजे, विंडो फ्रेम और पैलेट्स भी बनाने शुरू कर दिए। प्लास्टिक पार्टिशन, फॉल्स सीलिंग, वॉल पैनलिंग, केबिन, कैबिनेट्स और फर्नीचर भी सिनटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के द्वारा तैयार किए जाते हैं।
फिलहाल कंपनी कर्ज के बड़े संकट से जूझ रही है। मार्च, 2020 तक कंपनी पर 7,218.85 करोड़ रुपये का कर्ज था। इसमें से 2,203 करोड़ रुपये के लोन के मामले में कंपनी डिफॉल्टर साबित हो चुकी थी। यही नहीं सिनटेक्स ने 2019 में कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग के प्लान को खारिज कर दिया था और दिवालिया प्रक्रिया से गुजरने की बात कही थी।