उफ! प्याज 150 रुपये के करीब, सरकार ने अब उठाया ये कदम
नयी दिल्ली। आपूर्ति की कमी के कारण प्याज के दाम मंगलवार को 100 रुपये प्रति किलो के ऊपर पहुँच गये। बल्कि नवी मुंबई में वाशी के थोक कृषि उपज मंडी समिति या एपीएमसी बाजार में प्याज 120-130 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है। एपीएमसी के पूर्व अध्यक्ष अशोक वलुंज ने बताया कि पहली बार प्याज का भाव 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया, बल्कि इसने यह भाव भी पार कर दिया है। उन्होंने इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को दोषी ठहराया क्योंकि भारी बारिश ने फसलों को खराब कर दिया, जिससे आपूर्ति कम हुई और दाम आसमान से बातें कर रहे हैं। वलुंज के मुताबिक नयी फसल, जो थोड़ी लो क्वालिटी की है, के लिए 70 से 100 रुपये प्रति किलो वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि रिटेल मार्केट अब प्याज 140-150 रुपये के बीच बिकने लगेगा। वहीं प्याज कारोबारी पहले ही कह चुके हैं कि नयी फसल आने तक प्याज के भाव ऊपर चढ़े रहेंगे।
सरकार ने उठाया सख्त कदम
प्याज के लगातार बढ़ते दामों को रोकने के लिए सरकार विदेशों से प्याज की आपूर्ति कर रही है। मगर इससे भी दाम काबू में फिलहाल नहीं आते दिख रहे हैं। इस बीच सरकार ने एक और सख्त कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने खुदरा विक्रेताओं के लिए प्याज का स्टॉक जमा करने की सीमा को आधा कर दिया है। मंगलवार को खुदरा विक्रेताओं के लिए स्टॉक की सीमा 10 टन से घटा कर 5 टन और थोक विक्रेताओं के लिए 50 टन से कम कर के 25 टन कर दी गयी है।
निर्यात पर भी सख्त
साथ ही केंद्र सरकार अब निर्जलित यानी डीहाइड्रेड प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है, जबकि सामान्य प्याज के निर्यात पर पहले ही पाबंदी लगा दी गयी है। हालाँकि स्टॉक की सीमा आयात की गयी प्याज पर लागू नहीं होगी। निर्जलित प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव सोमवार को मंत्रियों की एक बैठक में लाया गया था। आपको बता दे कि 2018-19 में भारत ने 10.2 करोड़ डॉलर की निर्जलित प्याज का निर्यात किया था, जबकि 2017-18 में 9.1 करोड़ डॉलर की निर्जलित प्याज का निर्यात किया गया था।
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