Bank Strike : एक बार फिर से बैंक कर्मचारी जा सकते है हड़ताल पर, जल्द निपटा लें जरूरी काम
अगर आपको अप्रैल महीने में बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम करना है तो उसे जल्द ही निपटा लें। बैंक के कर्मचारी एक बार फिर से लंबे हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं।
नई दिल्ली: अगर आपको अप्रैल महीने में बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम करना है तो उसे जल्द ही निपटा लें। बैंक के कर्मचारी एक बार फिर से लंबे हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। आने वाले समय में बैंक कर्मचारियों की हड़ताल हैं, जिसके कारण बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती है। ऐसे में जरुरी समझ कर बैंक से संबंधित सभी जरूरी काम फटाफट निपटा लें। Bank Holidays April 2021 : अप्रैल महीने में इतने दिन बैंक रहेंगे बंद, चेक करें लिस्ट
बैंक प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ होगा हड़ताल
दरअसल सरकार की ओर से बैंकों के निजीकरण को लेकर बैंक कर्मी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। मगर अब इस आंदोलन को और तेज करने के लिए बैंक यूनियन ने हड़ताल का ऐलान किया है। बैंक प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) की ओर से हाल ही में बैठक भी की गई। जिसमें लंबे समय के लिए बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की धमकी दी गई है। ऐसे में अगर आपके बैंक संबंधित जरूरी काम अटके हुए हैं तो जल्द से जल्द इन्हें निपटा लें।
अभी तक नहीं की गई है तारीख की घोषणा
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ परिषद (एआईबीईए) देशभर के अलग-अलग संगठनों के साथ बैठक की है। जिसमें आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया है। बैठक के मुताबिक बैंक यूनियन एवं संगठन के सदस्य मिलकर बड़े स्तर पर केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। हालांकि इस दौरान तारीख की घोषणा नहीं की गई। लेकिन सदस्यों के मुताबिक हड़ताल की शुरुआत जल्द ही होगी, जो लंबे समय तक चलेगी। हाल ही में हुए बैठक में पूरे देश के विभिन्न शहरों से करीब 262 जनरल काउंसिल सदस्यों ने भाग लिया।
करोड़ों रु का हुआ था नुकसान
आपको याद ही होगा कि हाल ही में इसी मामले को लेकर 15 और 16 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल किया था। इससे करोड़ों का नुकसान हुआ था। हड़ताल के पहले दिन 16,500 करोड़ के चेक और भुगतान उपकरणों की निकासी प्रभावित हुई थी। इस हड़ताल में लगभग 10 लाख बैंक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था।
ये है पूरा मामला
एआईबीईए ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक शिक्षित युवाओं के लिए स्थायी रोजगार मिलता हैं, लेकिन हम जानते हैं कि नए निजी बैंकों में काम करने वाले कर्मचारियों की दुर्दशा क्या होती है। वहां नौकरी की कोई गारंटी नहीं होती है और ना ही उसे वाजिब सैलरी मिलती है। निजीकरण होने पर ट्रेड यूनियन अधिकार अस्तित्वहीन हो जाएंगे, युवा कर्मचारी महज गुलाम बन कर रह जाएंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आईडीबीआई बैंक बैंक के अलावा दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की, जिसे लेकर कर्मचारी नाराज है। कर्मचारियों को अपनी नौकरी पर संकट की चिंता सता रही है, जबकि सरकार का दावा है कि बैंकों के निजीकरण के बावजूद किसी भी बैंक कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। बेहतर निवेश के लिए और बैंकों को भारी एनपीए से उबारने के लिए सरकार ने ये फैसला किया है।
अप्रैल में कितने दिन बैंक रहेंगे बंद, देखिए पूरी लिस्ट
1 अप्रैल, गुरुवार - ओडिसा डे, बैंको के सालाना अकाउंट्स का क्लोजिंग ईयर
2 अप्रैल, शुक्रवार - गुड फ्राइडे
4 अप्रैल, रविवार - ईस्टर
5 अप्रैल, सोमवार - बाबू जगजीवन राम जयंती
13 अप्रैल, मंगलवार - उगड़ी, तेलुगू न्यू ईयर, गुड़ी पाड़वा, वैसाख, बिजू फेस्टिवल, बोहाग बिहू
14 अप्रैल, बुधवार - डॉ. अंबेडकर जयंती, तमिल न्यू ईयर, अशोकी महान की जयंती।
15 अप्रैल, गुरुवार - हिमाचल डे, विशु, बंगाली न्यू ईयर, सरहुल
21 अप्रैल, गुरुवार - रामनवमी
25 अप्रैल, रविवार - महावीर जयंती