मुकेश अंबानी की है छोटे भाई अनिल अंबानी की कंपनी पर नजर, जानें मामला
एक बार फिर बड़े भाई मुकेश अंबानी ने अनिल अंबानी को मुसीबत से बचाने के लिए सामने आए हैं।
नई दिल्ली: एक बार फिर बड़े भाई मुकेश अंबानी ने अनिल अंबानी को मुसीबत से बचाने के लिए सामने आए हैं। जी हां देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने भाई अनिल अंबानी की दिवाला हो चुकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन्स (आरकॉम) को खरीदने जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। बैंकों को उम्मीद है कि इससे उनके 23000 करोड़ रुपये वापस आ जाएंगे। भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : मुकेश अंबानी ये भी पढ़ें
टॉवर और फाइबर बिजनस के लिए जियो 4700 करोड़ रुपये ऑफर की
मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो आरकॉम की टॉवर और फाइबर बिजनस (रिलायंस इंफ्राटेल) को खरीदने के लिए 4700 करोड़ रुपये ऑफर की है। यूवी असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (यूवीएआरसी) ने आरकॉम और रिलायंस टेलकॉम के असेट के लिए 14700 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। आरकॉम को 4300 करोड़ का बकाया इंडियन और चाइनीज क्रेडिटर्स को प्राथमिकता के आधार पर चुकानी है।
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कंपनी पर कुल 82000 करोड़ का कर्ज
बता दें कि मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि एसबीआई बोर्ड ने आरकॉम के रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है। रिजॉल्यूशन प्लान को लेकर कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स की बैठक का आज आखिरी दिन है। आरकॉम पर सिक्यॉर्ड कर्ज 33000 करोड़ का है और लेंडर्स ने 49000 करोड़ का दावा किया है। जानकारी दें कि कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में करीब 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ था। उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाए पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतना ज्यादा पहुंच गया था।
जियो ने आरकॉम का असेट खरीदने से मना किया था
पिछले दिनों आरकॉम ने अपना असेट बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की थी। इसके लिए अनिल अंबानी ने रिलायंस जियो से भी संपर्क किया था, जिसके मालिक मुकेश अंबानी हैं। हालांकि यह डील कई वजहों से नहीं हो पाई। जियो ने आरकॉम के असेट को खरीदने से मना कर दिया था। जियो का कहना था कि वह नहीं चाहती है कि उसे आरकॉम के भारी भरकम कर्ज का बोझ भी उठाना पड़े। बाद में स्वीडिश टेलिकॉम कंपनी एरिक्शन ने इन्सॉल्वेंसी के लिए अपील दायर की और इस प्रक्रिया की शुरुआत हुई।