भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था : मुकेश अंबानी
सबसे धनवान भारतीय मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा आर्थिक सुस्ती अस्थायी है और बाहरी उतार-चढ़ाव से प्रभावित है।
नई दिल्ली: सबसे धनवान भारतीय मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा आर्थिक सुस्ती अस्थायी है और बाहरी उतार-चढ़ाव से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि देश को अगले दशक के लिए और अधिक आशावादी होने की वजह है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि आने वाला दशक कारोबारों की तरक्की लिहाज से ऐतिहासिक अवसर प्रस्तुत करने वाला होगा और भारत को दुनिया की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शुमार करेगा।
मौके पर अंबानी ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने अस्थायी पीड़ाएं झेली हैं लेकिन केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जो नेतृत्व प्रदान किया है उससे हम इससे उबरने वाले हैं। विदेशी उतार-चढ़ावों ने हमें प्रभावित किया है, लेकिन मैं बहुत बहुत आशावादी हूं। अंबानी एक निजी टेलीविजन चैनव द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'बिजनेस लीडर ऑफ द डिकेड' पुरस्कार प्रदान किए जाने के बाद संबोधित कर रहे थे।
50 सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा कंपनियों में शीर्ष पर रिलायंस रिटेल
घरेलू खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल दुनिया की 50 सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा कंपनियों में शीर्ष पर है। वित्त वर्ष 2012-13 से 2017-18 की अवधि के लिए डेलॉयट के खुदरा क्षेत्र की वैश्विक शक्ति-2020 सूचकांक में रिलायंस रिटेल शीर्ष पर रही है। रिलायंस रिटेल उद्योगपति मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह का हिस्सा है। डेलॉयट ने 250 वैश्विक कंपनियों के 2017-18 के आय-व्यय विवरण के आधार पर उनकी रैकिंग की है।
मिली जानकारी अनुसार रिलायंस रिटेल ने इस सूचकांक में 2017-18 में पहला स्थान हासिल किया है जबकि 2016-17 में वह छठे स्थान पर थी, जबकि खुदरा क्षेत्र की वैश्विक शक्ति-2020 सूचकांक में वालमार्ट स्टोर्स पहले स्थान पर और कोस्टको होलसेल कॉर्प दूसरे स्थान पर रही, जबकि अमेजन इस सूचकांक में तीसरे स्थान पर रही है। बता दें कि जानकारी के अनुसार इस सूची में शामिल होने वाली रिलायंस रिटेल इकलौती भारतीय कंपनी है। जबकि बाकी अधिकतर कंपनी जापान, चीन और हॉन्गकॉन्ग की हैं।
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