Maruti Suzuki की बिक्री में आई 47 फीसदी की गिरावट
कोरोनावायरस के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन का असर साफ देखने को मिल रहा है।
नई दिल्ली: कोरोनावायरस के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन का असर साफ देखने को मिल रहा है। इसी बीच बता दें कि देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की मार्च बिक्री 47 फीसदी घटकर 83,792 यूनिट पर आ गई है। मालूम हो कि 22 मार्च से कंपनी ने अपने प्लांट में प्रोडक्शन भी बंद किया हुआ है और शोरूम भी बंद पड़े हैं। कोरोना इफेक्ट : यामाहा ने ग्राहकों को जून तक दी Free सर्विस की सुविधा ये भी पढ़ें
मारुति 2019-20 की बिक्री में 16 फीसद की गिरावट
जानकारी दें कि मारुति सुजुकी ने वित्त वर्ष 2019-20 में 16.1 फीसद की गिरावट के साथ 1,563,297 यूनिट्स की बिक्री की है, जबकि इससे बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,862,449 यूनिट्स का रहा था। लेकिन आखिरी महीने मार्च की बात करें तो कंपनी ने 47 फीसद की गिरावट देखने को मिली है। जबकि मार्च 2019 में यह आंकड़ा 158,076 यूनिट्स का रहा था। मार्च 2020 में मारुति का एक्सपोर्ट 55 फीसदी घटकर 4,712 यूनिट रहा है। वहीं, मार्च 2019 में कंपनी का कुल एक्सपोर्ट 10,463 यूनिट रहा था! मार्च 2020 में मारुति की पैसेंजर व्हीकल बिक्री 47.4 फीसदी घटकर 76,420 यूनिट रही है। वहीं, मार्च 2019 में कंपनी की कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री 1.45 लाख यूनिट रही थी।
मारुति की इन कारों की कम हुई बिक्री
- इस दौरान ऑल्टो और वैगनआर जैसी छोटी कारों की बिक्री 15,988 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16,826 इकाई थी। इस तरह छोटी कारों की बिक्री में पांच प्रतिशत की कमी आई।
- स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल वाले कॉम्पैक्ट खंड में बिक्री 50.9 प्रतिशत घटकर 40,519 इकाई रही।
- इसी तरह विटारा ब्रेज़ा, एस-क्रॉस और एर्टिगा सहित यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 53.4 प्रतिशत घटकर 11,904 इकाई रही। वहीं कंपनी ने कहा कि इस दौरान निर्यात में 55 प्रतिशत की कमी आई थी।
अशोक लीलैंड की बिक्री में भारी गिरावट
दूसरी ओर हिंदुजा समूह के अशोक लीलैंड ने बुधवार को मार्च की बिक्री में 90 फीसदी गिरावट दर्ज की। बता दें कि मार्च 2020 में कंपनी के कुल 2,179 वाहनों की बिक्री की। पिछले साल इसी दौरान कपनी ने 21,535 वाहनों की बिक्री की थी। इस दौरान कुल घरेलू बिक्री 1,787 यूनिट थी, जो पिछले साल मार्च माह में 20,521 यूनिट थी। वहीं अगर मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल बिक्री की बात करें, तो इसमें भी पिछले साले के मुकाबले करीब 90 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।