दिल्ली की खान मार्केट बनी 20वीं सबसे महंगी रिटेल लोकेशन
नयी दिल्ली। दिल्ली की कुछ मार्केट सदाबहार रहते हैं, जिनकी वजह से इस शहर की खास पहचान बनती है। या यूँ कहा जाये कि बाजारों का दिल्ली को खास शहर बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। मगर इन बाजारों में खान मार्केट की अपनी ही एक अलग पहचान है। साथ ही अब खान मार्केट को एक नयी उपाधि मिल गयी है। जी हाँ खान मार्केट दुनिया की 20वीं सबसे महंगी रिटेल लोकेशन बनी गयी है। वैश्विक संपत्ति सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड ने अपनी नयी रिपोर्ट 'मेन स्ट्रीट्स अक्रॉस द वर्ल्ड 2019' में बताया है कि खान मार्केट सबसे महंगे रिटेल स्थानों में 20वें पायदान पर पहुँच गयी है। बता दें कि खान मार्केट कई प्रसिद्ध ब्रांडों के आधुनिक शोरूम, चांदी के आभूषण स्टोर, डेलिकेटेसेंस, बुकस्टोर, पेंट और हार्डवेयर स्टोर, इलेक्ट्रॉनिक्स, बरतन और कपड़े की दुकानों सहित विभिन्न प्रकार के विशेष स्टोरों के लिए मशहूर है। रविवार को बंद रहने वाली खान मार्केट इंडिया गेट के काफी नजदीक है।
कितना महंगा है खान मार्केट का किराया?
खान मार्केट में प्रति वर्ग फुट का वार्षिक किराया 243 डॉलर है। यह पिछले साल 237 डॉलर था, जिसके चलते खान मार्केट सबसे महंगी रिटेल लोकेशन की सूची में 21वें नंबर पर थी। 2019 की सूची में हांगकांग में कॉजवे बे पहले पायदान पर बरकरार है, जहाँ प्रति वर्ग फुट का वार्षिक किराया 2,745 डॉलर है। इस सूची में आगे न्यूयॉर्क की अपर फिफ्थ एवेन्यू दूसरे स्थान (2,250 डॉलर प्रति वर्ग फीट), लंदन की न्यू बॉन्ड स्ट्रीट (1,714 डॉलर प्रति वर्ग फीट) तीसरे और पैरिस की एवेन्यू डेस चैंप्स एलिस (1,478 डॉलर प्रति वर्ग फीट) चौथ नंबर पर है। यह रैंकिंग 2019 कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान किराये पर आधारित है।
क्या है खान मार्केट का इतिहास?
1951 में स्थापित की गयी खान मार्केट का नाम स्वतंत्रता सेनानी खान अब्दुल जब्बार खान के नाम पर है। यू-आकार की दो-मंजिला इस मार्केट में मूल रूप से 154 दुकानें थीं और दुकानदारों के लिए पहली मंजिल पर 74 फ्लैट थे। इनमें से कई दुकानों को भारत के विभाजन के बाद उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत के प्रवासियों को आवंटित किया गया था। खान मार्केट पिछले कई सालों से दुनिया के सबसे बाजारों में से एक बनी हुई है।
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