2020 में आपकी सैलेरी कितनी बढ़ सकती है, यहां जानिये
नयी दिल्ली। क्या आप अपनी सैलेरी बढ़ने का इंतेजार कर रहे हैं? अगर हां तो बता दें कि एक नये सर्वे के मुताबिक भारत की आर्थिक मंदी 2020 में आपके वेतन में कम बढ़ोतरी की वजह बन सकती है। भारतीय कंपनियों के कर्मचारियों की सैलेरी में पिछले एक दशक की सबसे कम वृद्धि होने की संभावना है। सर्वे के अनुसार 2020 में भाारतीय कर्मचारियों की सैलेरी में औसत वृद्धि 9.1 फीसदी रह सकती है। ये सर्वे किया है Aon ने, जो एक कंस्लटेंसी फर्म है। बता दें कि Aon का यह सैलेरी बढ़ोतरी पर किया गया 24वां सर्वे है। गौरतलब है कि सैलेरी में औसतन 9.1 फीसदी की बढ़ोतरी 2009 के बाद सबसे कम होगी। 2009 में वेतन वृद्धि 6.6 फीसदी रही थी। Aon का सर्वे 20 से अधिक उद्योगों में 1,000 से अधिक संगठनों की तरफ से मिले जवाबों पर आधारित है। हालांकि सर्वे में बताया गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में 2020 में भारत में अनुमानित औसत वेतन वृद्धि बेहतर रहेगी।
2019 के मुकाबले ज्यादा गिरावट नहीं
बता दें कि इस साल वेतन वृद्धि में गिरावट पिछले साल के मुकाबले बहुत अधिक नहीं है। पिछले साल 9.3 फीसदी वेतन वृद्धि रही थी, जबकि 2018 में यह 9.5 फीसदी रही थी। सर्वे में शामिल हुईं 30 फीसदी से अधिक कंपनियों ने यह भी कहा कि वे इस साल दोहरे अंकों में वेतन वृद्धि करेंगी। जिन सेक्टरों में ज्यादा सैलेरी बढ़ोतरी की उम्मीद है उनमें ई-कॉमर्स (10 फीसदी), वे कंपनियां जो शुरुआती दौर में हैं (10 फीसदी) और प्रोफेश्नल सर्विस कंपनियां (10 फीसदी) शामिल हैं। वहीं जिन सेक्टरों में सबसे कम वेतन वृद्धि की संभावना है उनमें परिवहन और रसद (7.6 फीसदी), आतिथ्य और रेस्तरां (8.2 फीसदी), रियल एस्टेट (8.3 फीसदी) और ऑटोमोबाइल (8.3 फीसदी) शामिल हैं।
ऑटो सेक्टर में बड़ी गिरावट
2018 में 10 फीसदी सैलेरी बढोतरी के मुकाबले 2020 में सिर्फ 8.5 फीसदी वेतन वृद्धि की उम्मीद है। यह बदलाव आर्थिक मंदी के चलते ऑटोमोबाइल क्षेत्र को हो रहे नुकसान की वजह से आ रहा है। भारतीय कंपनियों द्वारा दी जाने वाली औसत वेतन वृद्धि 2011 तक अधिक थी। उसके बाद इसमें धीरे-धीरे गिरावट आती रही है। कम वेतन वृद्धि से लोग बचत के लिए कम अनिच्छुक हो सकते हैं, जिससे निवेश पर भी असर पड़ेगा।
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