Gold : होने लगा मोहभंग, 6 महीने में 30 फीसदी घटी बिक्री
नयी दिल्ली। पिछले साल सोने की कीमतों में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली। सोने के निवेशकों को काफी फायदा हुआ। बाजार जानकारों ने अनुमान लगाया कि सोने में 2020 में भी तेजी जारी रहेगी। मगर देश में सोने की मांग में लगातार कमी आ रही है। बता दें कि देश में पिछले 6 महीनों में सोने की बिक्री काफी घटी है। अखिल भारतीय रत्न और आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन रत्न और आभूषण उद्योग की कुल कारोबार मात्रा में पिछले छह महीनों में मांग के मामले में 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसके पीछे उन्होंने आयात शुल्क को मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि आयात शुल्क और जीएसटी कम करने के लिए हम पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से संपर्क कर चुके हैं।
सोने की तस्करी बढ़ी
पद्मनाभन के मुताबिक कस्टम शुल्क और जीएसटी रेट में वृद्धि के कारण सोने की तस्करी में बढ़ोतरी हुई है। वहीं खरीदार दुबई, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर जैसे देशों से सोना खरीद रहे हैं। उन्होंने आगामी बजट में आयात शुल्क को 12.5 फीसदी से घटा कर 6 फीसदी किये जाने का सुझाव दिया है। इसके अलावा पद्मनाभन ने सरकार से 15 जनवरी 2021 से देश भर में सोने की हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने वाली एक अधिसूचना आने से पहले एक 'संचालन समिति' का गठन करने की अपील की। आभूषणों की हॉलमार्किंग कीमती धातु की शुद्धता सुनिश्चित करता है।
आगे कारोबार बढ़ने की उम्मीद
पद्मनाभन ने 2018 में 766 टन के मुकाबले 2019 में सोने का आयात भी घट कर 710 टन रह गया। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के आभूषण उद्योग पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इससे 2020 में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है। उनके अनुसार अमेरिकी चुनावों तक सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहेगा। मगर इस सबके बीच उन्होंने 2020 में सोने के कारोबार में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद जतायी।
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