ई-कॉमर्स साइट ने बेचा फर्जी सामान, दर्ज हुआ मुकदमा
नयी दिल्ली। ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच ई-कॉमर्स से जुड़ी एक नयी घटना सामने आयी है। चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स क्लब फैक्ट्री के खिलाफ फर्जी सामान बेचने के मामले में एफआईर दर्ज की गयी है। कंपनी के साथ-साथ इसके दो डायरेक्टर्स जिआलुन ली और गर्वित अग्रवाल के अलावा इसके सीएफओ अश्विनी रस्तोगी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत ठगी और जाने-माने ब्रांडों के नकली उत्पाद बेचकर भरोसा तोड़ने के लिए एफआईआर दर्ज करवायी की गयी है। लखनऊ के निवासी आलोक कक्कड़ ने वजीरगंज थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवायी है। कक्कड़ की शिकायत के मुताबिक क्लब फैक्ट्री ने लोकप्रिय ब्रांडों पर भारी छूट का विज्ञापन दिया और फिर इसके बजाय नकली उत्पाद भेज दिया। शिकायतकर्ता ने टाइटन की एक घड़ी, जिस पर 86 फीसदी का भारी डिस्काउंट था, और रेन-बैन के एक जोड़ी सनग्सालेस का ऑर्डर दिया था, जिन पर 90 फीसदी का डिस्काउंट था।
डुप्लिकेट सामान भेजा गया
आलोक कक्कड़ को 25 नवंबर को घड़ी और सनग्लासेस मिले। मगर पैकेट खोलते ही उन्होंने पाया कि भेजा गया सामान डुप्लिकेट है। उन्होंने कंपनी के टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। क्लब फैक्ट्री की साइट पर सेलर का नाम लिखा हुआ था। शिकायतकर्ता ने इनवॉयस की एक कॉपी के लिए कंपनी को ईमेल किया, लेकिन उन्हें वे भी नहीं दिया गया। उन्होंने फिर से क्लब फैक्ट्री के टोल-फ्री नंबर पर संपर्क किया। मगर उनकी समस्या हल करने के बजाय, क्लब फैक्ट्री के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि ने शिकायतकर्ता को अपशब्द कहे। साथ ही उन्हें अपनी शिकायत पर कायम रहने पर नतीजे भुगतने की धमकी दी।
आपराधिक धमकी का मामला भी दर्ज
आलोक कक्कड़ ने अपनी शिकायत में कहा है कि क्लब फैक्ट्री ने उनके साथ मशहूर ब्रांडों का नकली माल भेजकर धोखाधड़ी की है। कंपनी द्वारा शिकायतकर्ता को धमकी देने के बाद आपराधिक धमकी से संबंधित आईपीसी की धारा 506 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक आगे की जाँच जारी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन इंडस्ट्री ने सरकार से कई बार शिकायत की है कि कुछ चीनी ई-टेलर्स, जिनमें क्लब फैक्ट्री भी शामिल है, अधिक लाभ कमाने के लिए नकली उत्पाद बेचते हैं।
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