Bitcoin में निवेश करने वालों पर बरसा पैसा, जानिए 1 साल की कमाई
बिटकॉइन ने बुधवार को सारे रेकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बुधवार को पहली बार 20,000 डॉलर पहुंच गई जो अब तक में सबसे अधिक है।
नई दिल्ली: बिटकॉइन ने बुधवार को सारे रेकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बुधवार को पहली बार 20,000 डॉलर पहुंच गई जो अब तक में सबसे अधिक है। क्रिप्टोकरेंसी में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जिसके बाद यह 20,440 डॉलर पर पहुंच गई। बता दें कि बिटकॉइन की कीमत में इस साल 170% से अधिक की वृद्धि हुई है। दरअसल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है। केवल अक्टूबर से अबतक इसमें 2 अरब डॉलर का निवेश हो चुक है।यूनोकॉइन का पहला बिटकॉइन एटीएम बेंगलुरु में ये भी पढ़ें
बिटकॉइन में तेजी की बात करें तो यह दिसंबर 2017 के हाई लेबल को भी पार कर चुका है। दिसंबर 2017 में बिटकॉइन ने 19818 डॉलर का हाई मारा था जो अब 20,000 डॉलर को पार कर चुका है। केवल इस साल की बात करें तो मार्च में बिटकॉइन की कीमत 5800 डॉलर थी, अगस्त में यह दोगुनी तेजी के साथ 12000 डॉलर के करीब पहुंच गया।
जान लें क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। 'क्रिप्टो' का मतलब होता है 'गुप्त'। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। गुरुवार सुबह के हिसाब से इसकी कीमत करीब 8.31 लाख को क्रॉस कर चुकी है। यह एक तरह की डिजिटल करंसी है। इसकी शुरुआत एलियस सतोशी नाम के शख्स ने की थी।
बिटकॉइन कैसे करता है काम
बिटकॉइन विशेषज्ञ की मानें तो बिटकॉइन वर्चुअल कॉइन हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं है। अगर किसी भी व्यक्ति के पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू ठीक उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की कीमत मानी जाती है। इस बिटकॉइन से आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी संभाल कर रख सकते हैं। बता दें कि ये बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर भी किए जाते हैं। ये ई-वॉलेट्स आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं।
1 साल में 5.3 लाख के बने 16.3 लाख
इस साल की बात करें तो 1 जनवरी 2020 को बिटक्वॉइन 7180 डॉलर के स्तर पर था। जो आज 22000 डॉलर पर पहुंच गया। यानी निवेशकों का पैसा यहां 208 फीसदी बढ़ गया। वहीं 5 साल की बात करें तो 15 दिसंबर 2015 को एक बिटक्वॉइन का भाव 415 डॉलर के करीब था। यानी तबसे इसमें 4800 फीसदी की तेजी आ चुकी है। साल के शुरूआत में देखें तो 7180 डॉलर के हिसाब से एक बिटक्वॉइन की कीमत करीब 5.3 लाख रुपये थी। वहीं मौजूदा भाव 21820 डॉलर के हिसाब से इसका भाव अब बढ़कर 16.38 लाख रुपये हो गई है। बता दें कि जब 2009 में बिटक्वॉइन शुरू हुआ था तो उसकी कीमत 1 रुपये से भी कम थी।
बिटक्वॉइन 2009 में पहली बार आई थी, जब इसकी वैल्यू महज 36 पैसे थी। बिटक्वॉइन की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि इसका भाव 11 साल में 36 पैसे से बढ़कर 16 लाख से भी ज्यादा हो गया।
सोने में गिरावट के लिए क्रिप्टोकरेंसीज जिम्मेदार
वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतों में हाल में आई गिरावट के लिए क्रिप्टोकरेंसीज जिम्मेदार हैं। अक्टूबर से बिटकॉइन फंड्स में काफी पैसा निवेश हुआ है जबकि निवेशकों ने सोने से दूरी बनाई है। आने वाले लंबे समय तक इस ट्रेंड के बने रहने की संभावना है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसीज का रुख कर रहे हैं। एसेट क्लास के तौर पर डिजिटल करेंसीज की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है।
कैसे होती है बिटकॉइन की ट्रेडिंग
इसके साथ ही बात करें अगर ट्रेडिंग कि तो Kraken के जरिए बिटकॉइन ट्रेडिंग की जा सकती है। इसके लिए पहले अपना अकाउंट बनाना होता है। इसके बाद ईमेल के जरिए अकाउंट कन्फर्म करना होता है। अकाउंट वेरिफाइ होने के बाद आप ट्रेडिंग मेथड सिलेक्ट कर सकते हैं। ट्रेडिंग के लिए चार्ट मौजूद होता है जिसमें बिटकॉइन की कीमत की हिस्ट्री होती है। आप समय पर बिटकॉइन का ऑर्डर देकर खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं। बिटकॉइन की कीमतों में बदलाव बहुत ही अप्रत्याशित और तेज होता है इसलिए इसमें खतरा बना रहता है। पिछले 24 घंटों में ही इसमें तगड़ी गिरावट आई है। इसकी कीमत 8.80 लाख रुपये के करीब जा पहुंची थी, जो खबर लिखे जाने तक घटकर 8.31 लाख के करीब आ चुकी है।