महंगे होंगे इस कंपनी के बिस्कुट के दाम
बिस्कुट खाना अब महंगा पड़ सकता है। बिस्किट कंपनी ब्रिटानिया मंदी के चलते बिस्किट के दाम बढ़ाने जा रही है।
नई दिल्ली: बिस्कुट खाना अब महंगा पड़ सकता है। बिस्किट कंपनी ब्रिटानिया मंदी के चलते बिस्किट के दाम बढ़ाने जा रही है। जी हां देश की मशहूर बिस्किट निर्माता कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज आने वाले दिनों में बिस्किट के दाम बढ़ाने वाली है। इस बात की जानकारी गुरुवार को कंपनी ने आधिकारिक बयान में जारी किया गया। आर्थिक मंदी की वजह से कंपनी के उत्पादों की बिक्री घटी है, जिसकी वजह से कंपनी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आंशिक रूप से अपने उत्पादों का दाम बढ़ाने की योजना बना रही है। हाल ही में इस बात की भी जानकारी मिली हैं कि बिस्किट कंपनी पार्ले अपने 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। पार्ले अपनी खर्चों में कटौती के नाम पर लोगों को नौकरियों से निकाल रही है। ग्रामीणों की घटी खरीदारी की क्षमता, FMCG कंपनियों को लगा झटका ये भी पढ़ें
पार्ले ने कर्मचारियों की छंटनी के दिये संकेत
बिस्किट कंपनी पार्ले ने आने वाले दिनों में 10,000 कर्मचारियों की छंटनी के संकेत दिए हैं। पार्ले के कैटिगरी हेड मयंक शाह के मुताबिक यह हालात गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) की वजह से बने हैं। असल में जीएसटी लागू होने से पहले 100 रुपये प्रति किलो से कम कीमत वाले बिस्किट पर 12 फीसदी टैक्स लगाया जाता था। लेकिन सरकार ने दो साल पहले जब जीएसटी लागू किया तो सभी बिस्किटों को 18 फीसदी स्लैब में डाल दिया। वहीं मयंक शाह का कहना है कि इस वजह से बिस्किट कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़े और बिक्री में गिरावट आ गई है। बिक्री में गिरावट की वजह से प्रोडक्शन कम हो रहा है। अगर यही हालात आगे भी रहे तो कंपनी कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है।
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7 देशों में बिकते हैं बिस्किट
वहीं बताना चाहेंगे कि पार्ले बिस्किट कंपनी को 1929 में शुरू किया गया था। उस वक्त करीब 1 लाख कर्मचारियों, जिसमें स्थायी और कॉन्ट्रैक्ट के कर्मचारी भी शामिल थे, से कंपनी शुरू की गई थी। कंपनी ने 125 मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट्स लगाए थे। पारले के बिस्किट भारत समेत 7 देशों में बेची जाती है। इसमें कैमरून, नाइजीरिया, घाना, यूथोपिया, केन्या, आईवरी कोस्ट और नेपाल जैसे देश शामिल हैं। वहीं 2018 में पारले ने मैक्सिको में एक प्लांट की शुरूआत की। 2003 में पारले दुनिया की सबसे ज्यादा बिक्री वाली बिस्किट कंपनी बन गई थी।
इस वजह से आया बिस्किट कंपनियों पर संकट
बिस्किट कंपनियां पिछले कुछ महीनों से मुश्किल में हैं। ब्रिटानिया बिस्किट की तरफ से कहा गया है कि मार्केट की हालत इतनी खराब है कि 5 रुपए पैकेट वाले बिस्किट खरीदने से भी लोग हिचक रहे हैं। ये अर्थव्यवस्था की भयानक सुस्ती का संकेत है। ब्रिटानिया कंपनी का कहना है कि उन्हें 6 परसेंट की ग्रोथ की उम्मीद है जबकि बाजार की ग्रोथ इससे भी कम है। वहीं कंपनी की नेट प्रॉफिट में 3.5 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि अप्रैल-जून 2019 में कंपनी 249 करोड़ का कारोबार कर पाई। वहीं बिस्किट कंपनियों के मुताबिक उनकी बिक्री में गिरावट जीएसटी की वजह से आई है। 18 फीसदी जीएसटी लागू होने के बाद या तो उन्हें कीमतें बढानी थीं या फिर बिस्किट का वजन कम करना था। पारले के मुताबिक भारत का कंज्यूमर 5 रुपए के बिस्किट खरीदने में भी कीमत के साथ वजन आदि को देखता है।
जीएसटी के बाद कंपनियों का बुरा हाल
जीएसटी बढ़ाए जाने के बाद लागत कम रखने के लिए पारले ने 5 रुपए के बिस्किट के वजन को कम किया। जानकारी दें कि पहले 5 रुपए में कंपनी 70 ग्राम बिस्किट दे रही थी। बाद में उसे कम करके 65 ग्राम कर दिया गया। कंपनी का कहना है ब्रेड पर कोई टैक्स नहीं लगता। टोस्ट और रस्क पर 5 फीसदी टैक्स लगता है जबकि वो 150 रुपए किलो बिकती है। पारले के मुताबिक कम से कम सरकार को 100 रुपए किलो से कम वाले बिस्किट पर जीएसटी की दर कम करनी चाहिए।
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