महाराष्ट्र में पेश हुआ चुनावी बजट, जानिए किसे क्या मिला
मुंबई। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वित्तमंत्री सुधीर मुंगनतिवार ने मंगलवार को 20,293 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे के साथ प्रदेश का बजट पेश किया, जो पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है। बजट में 3,34,933 करोड़ रुपये के राजस्व व्यय का प्रावधन है, जबकि राजस्व प्राप्तियों का अनुमान 3,14,640 करोड़ रुपये है। इस प्रकार, बजट में व्यय के मुकाबले आय का अनुमान 20,293 रुपये कम है।
सभी क्षेत्रों को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीदों से मुंगनतिवार ने कृषि, सिंचाई, बुनियादी ढांचागत विकास पर जोर दिया है। महिला, पिछड़े वर्गो, जनजातियों और सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) पर विशेष जोर दिया गया है।
वित्तमंत्री ने सिंचाई क्षेत्र के लिए 12,000 करोड़ रुपये का आवंटन का प्रस्ताव रखा है, जबकि सूक्ष्म सिंचाई सुविधाओं के लिए 350 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। धांगर समुदाय की उन्नति के लिए 1,000 करोड़ रुपये, एन ओबीसी कॉरपोरेशन के लिए 200 करोड़ रुपये, प्रदेश में चार कृषि विश्वविद्यालयों में अनुसंधान के लिए 600 करोड़ रुपये और विकलांगों के आवास के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
किसानों की कर्जमाफी योजनाओं के लिए वित्तमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सूखा प्रभावित 26 जिलों के 18,000 गांवों के करीब 67 लाख किसानों के बैंक खातों में अनुदान के रूप में 4,461 रुपये की राशि (प्रत्येक किसान) जमा करवा दिए गए हैं।
मुंगनतिवार ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे शेतकरी अपघट बीमा योजना के तहत 210 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस बीमा योजना के तहत 5.50 करोड़ लोगों को शामिल किया जाएगा और इसके तहत पूरे परिवार को कवर किया जाएगा।
बजट की आलोचना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि घाटे में बढ़ोतरी से प्रदेश सरकार के वित्तीय अनुशासन में कमी उजागर होती है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष धनंजय मुंड ने बजट को भ्रामक करार दिया। उन्होंने कहा कि बजट में छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल तक का जिक्र नहीं है।
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