Modi government : घर बैठे नौकरी देने की तैयारी, जानें योजना
नई दिल्ली। अगर आप में स्किल (Skill) है तो अब नौकरी (job) चल कर आएगी आपके पास। मोदी सरकार (Modi government) ने बेरोजगारी (Unemployment) के मुद्दे से निपटने के लिए एक बड़ी योजना बनाई है। इसके चलते कुछ ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि देशभर में स्किल्ड लोगों को एक साझे प्लेटफार्म पर लाया जाए और इस प्लेटफार्म को देश की कंपनियों (Companies) से जोड़ दिया जाए। इससे जैसे ही कंपनियों (Companies) को स्किल्ड (Skill) लोगों को जरूरत होगी वह इस प्लेटफार्म से लोगों को छांट कर सीधे नौकरी (job) दे सकेंगी। इस प्रोजेक्ट के बाद सरकार के पास इस बात की पूरी जानकारी रहेगी कि किन इलाकों और किन सेक्टर्स में किस तरह की नौकरी के अवसर हैं और कहां कितनी नौकरी की डिमांड है। बाद में इसी हिसाब से ट्रेनिंग देने और प्लेसमेंट (Training and placement) का इंतजाम किया जा सकेगा।
ये है प्रोजेक्ट नेशनल स्किल रजिस्ट्री (National Skills Registry)
मोदी सरकार नौकरी के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है जिसे नेशनल स्किल रजिस्ट्री (National Skills Registry) यानी एनएसआर (NSR) कहा जा रहा है। । मोदी सरकार (Modi government) कुशल कामगारों (Skilled workers) की एक लिस्ट (list) बनाने जा रही है। बाद में इन सभी को कंपनियों और संस्थानों के संपर्क में लाया जाएगा। इससे कुशल और हुनरमंद युवाओं को नौकरी (job) के बेहतरीन अवसर मिलेंगे और बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी (job) मिलेगी। अगर इन चुनावों के बाद मोदी सरकार बनती है तो ये उसके दूसरे टर्म में लॉन्च होने वाला पहला बड़ा प्रोजेक्ट होगा।
तैयार किया जा रहा डेटाबेस (Preparing Database)
लाइव मिंट की खबर के मुताबिक, स्किल डेवलपमेंट एंड आंत्रप्रेन्योरशिप मिनिस्ट्री (Skill Development and Entrepreneurship Ministry) कुशल और हुनरमंद युवाओं (Skilled workers) का एक डेटाबेस तैयार करा रही है। अनुमान है कि इसमें करीब 2 करोड़ युवाओं की प्रोफाइल तैयार कर डाली जाएगी। बाद में उनकी योग्यता के हिसाब से उन्हें 20,000 कंपनीज और संस्थाओं के साथ मैच कराया जाएगा। जानकारी के अनुसार ये डेटाबेस टेक्नोलॉजी कंपनी आईबीएम (IBM) तैयार करेगी।
कंपनियों से सीधे संपर्क कर सकेंगे युवा
इस डेटाबेस में 22 मंत्रालयों, सरकारी विभागों और राज्यों के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम (Skill Development Program) में ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं का डेटा इसमें शामिल किया जाएगा। जिसकी मदद से इस प्रोजेक्ट में शामिल की गई 20,000 से ज्यादा कंपनियों की जरूरतों के हिसाब से युवाओं को नौकरी का मौका दिया जाएगा। इसके तहत युवा भी अपनी पसंद के हिसाब से नौकरी खोज सकेंगे।
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