SJM : एक झटके में हो China से भी Pak जैसा व्यवहार
नई दिल्ली। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में अडंगा लगाने वाले चीन के खिलाफ भी पाकिस्तान जैसा व्यवहार करने की मांग उठने लगी है। वैसे भी सोशल मीडिया पर चीन में बने सामानों के बहिष्कार की मांग जमकर हो रही है। इसी दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आर्थिक शाखा स्वदेशी जागरण मंच (SJM) ने मोदी सरकार से चीन का मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस लेनेक की मांग कर दी है।
चीन में बने सामान पर बढ़ाया जाएग आयात शुल्क
शाखा स्वदेशी जागरण मंच (SJM) के अखिल भारतीय सह संयोजक अश्विनी महाजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को पत्र लिखकर चीन का मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा समाप्त करने की मांग की है। पत्र में महाजन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर्वे का हवाला देते हुए कहा है कि चीन (china)से आयात होने वाले सामानों पर भारत में बेहद कम टैरिफ लगता है। अब चीन को सबक सिखाने के लिए आयातित सामान पर टैरिफ को तत्काल बढ़ाया जाना चाहिए। महाजन ने कहा है कि चीन से भारत को 76 अरब डॉलर करीब 5.27 लाख डॉलर का सामान भेजा जाता है। जबकि भारत से चीन भेजे जाने वाले सामान की मात्रा काफी कम है। इससे भारत को काफी व्यापार घाटा होता है, जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
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चीन पर कार्रवाई को लेकर सरकार पर काफी दबाव
संयुक्त राष्ट्र में मसूद को बचाने के लिए पाकिस्तान का साथ देने के बाद भारत सरकार पर चीन के खिलाफ कार्रवाई को लेकर काफी दबाव बना हुआ है। कई संगठनों का कहना है कि भारत को चीन के खिलाफ कुछ कड़े आर्थिक कदम जरूर उठाने चाहिए। कुछ जानकारों का कहना है कि भारत को सबसे पहले चीन से आने वाले सामान पर आयात शुल्क बढ़ाना चाहिए।
अमेरिका छेड़ चुका है ट्रेड वार
अमेरिका और चीन के बीच काफी समय से तनाव चल रहा है। अमेरिका चीन की एकपक्षीय कारोबार नीतियों का विरोध कर रहा है। इसको लेकर अमेरिका चीन से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ शुल्क को बढ़ा चुका है। जानकारों का कहना है कि चीन को सबक सिखाने के लिए भारत को भी अमेरिका जैसा टैरिफ बढ़ाने वाला कदम उठाना चाहिए। आपको बता दें कि मसूद अजहर मामले के बाद अमेरिका खुलकर भारत के समर्थन में आ गया है और आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए दूसरे कड़े कदम उठाने की बात कही है।
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