4 बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान : सुरक्षित निवेश और शानदार रिटर्न
सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश करना बेहद जरुरी है। भविष्य में ज्यादा वित्तीय परेशानी या चिंता न हो, इसके लिए हर व्यक्ति निवेश के सही विकल्प ढूंढ़ता है।
नई दिल्ली: सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश करना बेहद जरुरी है। भविष्य में ज्यादा वित्तीय परेशानी या चिंता न हो, इसके लिए हर व्यक्ति निवेश के सही विकल्प ढूंढ़ता है। तो अगर आपको बचत करनी है और अपने लक्ष्यों को पूरा करना है तो हर महीने थोड़े पैसे निवेश कर आप ऐसा कर सकते हैं। LIC : डेली 80 रु जमा कर पाएं 28,000 रु महीने की पेंशन, जानें प्लान ये भी पढ़ें
किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे अच्छा निवेश विकल्प, मुख्य रूप से चार कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि जोखिम लेने की क्षमता, नकदी की ज़रूरत, टैक्स स्लैब और निवेश अवधि। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको सुरक्षित निवेश के बारे में बताएंगे साथ ही जिसमें बेहतर रिटर्न मिलने की भी संभावना हो। ऐसे में 4 सर्वश्रेष्ठ विकल्प है जिन पर आप निवेश करने का विचार कर सकते है।
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट
सबसे पहले हम बात करेंगे बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की, इसमें जमाकर्ताओं को पूंजी सुरक्षा और निश्चित आय प्रदान करती है। एफडी अकाउंट खोलने के दौरान लागू ब्याज दर एफडी अवधि के दौरान ब्याज दरों में किसी भी बदलाव के बावजूद बनी रहती है। शेड्यूल बैंकों में खोली गई एफडी भी रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सहायक कंपनी डीआईसीजीसी द्वारा प्रदान एक जमा बीमा कार्यक्रम के अंतर्गत आती है। यह बीमा योजना बैंकों में जमा राशि को आर्थिक सुरक्षा देती है, इसके तहत बैंक के विफल होने पर प्रति एफडी, आरडी खाताधारक को 5 लाख रुपये तक मिलेंगें, इसमें चालू और बचत खाते भी शामिल हैं। इस समय कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक और कुछ निजी क्षेत्र के बैंक एफडी पर 7 से 8.25 फीसदी तक का ब्याय दे रहे हैं।
डेट म्यूचुअल फंड
वहीं डेट म्यूचुअल फंड आम तौर पर बाज़ार से जुड़े फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट जैसे सरकारी सिक्योरिटीज़, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स आदि में निवेश करते हैं। फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट के कारण डेट म्यूचुअल फंड इक्विटी फंड की तुलना में अधिक सुरक्षित माने जाते हैं, क्योंकि फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट को खरीदा-बेचा जा सकता है इसलिए डेट फण्ड सेविंग अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉज़िट की तुलना में ज़्यादा रिटर्न देते हैं। इस प्रकार, डेट फंड उन लोगों के लिए आदर्श विकल्प हैं, जो छोटी अवधि के आर्थिक लक्ष्यों के लिए ऐसा निवेश विकल्प चाहते हैं जो फिक्स्ड डिपॉज़िट से अधिक रिटर्न दे।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
इक्विटी म्यूचुअल फंड ज्यादातर इक्विटी या स्टॉक्स में अपना पैसा लगाते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड को अपना न्यूनतम 65 फीसदी इक्विटी में निवेश करना होता है। क्योंकि इक्विटी ने फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट और महंगाई दर के मुकबले अधिक रिटर्न दिया है, इसलिए यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो इक्विटी के द्वारा लम्बे समय में अधिक रिटर्न चाहते हैं लेकिन शेयरों में सीधे निवेश करने का समय या विशेषज्ञता उनके पास नहीं है। इसके अतिरिक्त, इक्विटी म्यूचुअल फंड में इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) नामक एक विशेष श्रेणी भी शामिल है, जो आयकर धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट के लिए योग्य है। आयकर धारा 80 सी के अंतर्गत जितने भी निवेश विकल्प आते हैं, उनमें सबसे छोटी अवधि (तीन वर्ष) ईएलएसएस की ही है। अगर आप तीन वर्ष के लिए इसमें निवेश बनाए रखते हैं तो रिटर्न पर धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट मिलेगी।
छोटी बचत की योजनाएं
लघु बचत योजनाएं भारत में बहुत लोकप्रिय हैं क्योंकि लोग पसंद करते हैं। मध्यम वर्गीय लोगों, खास कर नौकरीपेशा लोगों के लिए छोटी बचत की योजनाएं कुछ ज्यादा ही मायने रखती है। ये योजनाएं केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा प्रायोजित होती हैं और वही हर तिमाही इन बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर घोषित करती हैं। इन योजनाओं में बैंक से थोड़ा ज्यादा ब्याज होता है। वैसे व्यक्ति जो अपने निवेश पर उच्चतम ब्याज दर और सुरक्षा की इच्छा रखते हैं, वे इसे तवज्जो दे सकते हैं। इन जमा योजनाओं पर आयकर में छूट भी मिलती है।