निवेशक हैं तो याद रखें ये फार्म्यूले, इस समय पैसा हो जाएगा कई गुना
नयी दिल्ली। निवेश कोई मुश्किल प्रोसेस नहीं है। आप चाहें किसी भी माध्यम से निवेश करें आपको इसमें किसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। मगर निवेश के लिए कुछ गोल्डन नियम हैं, जो आपको अपना वित्तीय लक्ष्य पूरा करने में मदद करेंगे। जब भी आप पैसों के प्रबंधन की सोचेंगे तो निवेश बेस्ट ऑप्शन में रहेगा। शुरुआत में आपके सामने मुश्किल आयेगी कि कहां निवेश करें कैसे करें कितना करें। मगर धीरे-धीरे आगे बढ़ते आपको ये सब आसान लगने लगेगा। ऐसे ही आपको बेहतर समझ होगी कि निवेश बाजार कैसे काम करता है। निवेश शुरू करने से पहले हमेशा ध्यान रहे कि इसमें जोखिम है और ये जरूरी भी नहीं कि हमेशा ये आपके वित्तीय लक्ष्य पूरा करने के काम आये। आइये अब समझते हैं निवेश क्या है और कैसे इसमें आप शुरुआत कर सकते हैं।
क्या होता है निवेश?
निवेश शब्द का मतलब किसी संपत्ति या वस्तु से है जो अपनी आय बढ़ाने के लिए हासिल की जाती है। अर्थशास्त्र के मामले में निवेश किसी माल की खरीद है जो भविष्य में धन बढ़ाने के लिए काम आती है। आसान शब्दों में कहें तो निवेश के जरिये आप कुछ खरीदते हैं, जिसकी वैल्यू समय के साथ बढ़ने पर आपको फायदा होता है। मगर अगर आपकी खरीदी गयी चीज की वैल्यू घटे तो आपको नुकसान होगा। निवेश के अर्थ को समझने के बाद आइए निवेश के गोल्डन नियमों पर नजर डालते हैं।
गोल/लक्ष्य के साथ जल्दी निवेश शुरू करें
निवेश के जरिये पैसा बनाने का एक नियम है कम उम्र में निवेश शुरू करना। समय हर व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह शक्तिशाली भी होता है। चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत आपके धन को बढ़ने में मदद करेगी। यानी समय के साथ आपकी निवेश राशि कई गुना बढ़ जायेगी, बशर्ते आप जल्दी निवेश शुरू करें। निवेश से पहले एक गोल का होना जरूरी है। आप अपने वित्तीय लक्ष्यों के बारे में जानते हैं तो उस तक पहुंचने की समय सीमा निर्धारित करनी होगी और उसी हिसाब से प्लानिंग भी करनी होगी।
लंबी अवधि के लिए डाइवर्सिफिकेशन के साथ निवेश करें
ध्यान रहे कि आप लंबे समय के लिए निवेश करें। लंबी अवधि के लिए निवेश करने से आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा। आपको निवेश किये गये पैसे की मूल राशि पर चक्रवृद्धि रिटर्न के साथ ज्यादा से ज्यादा बेनेफिट मिलेगा। लंबे समय तक निवेश रखने का एक फायदा होता कि इससे जोखिम कम हो जाता है। क्योंकि यदि एक साल आपकी राशि घट जाये तो अगले साल उसकी भरपाई संभव है। दूसरी चीज ध्यान देने वाली है कि अपना पैसा अलग-अलग माध्यमों में निवेश करें। सारे पैसे एक ही जगह न लगायें। उससे होगा ये कि यदि आपको एक जगह घाटा हो तो दूसरी जगह से उसकी भरपाई हो जाये।
अपने निवेश का रीबैलेंस करते रहें
बाजार में अस्थिरता रहती है और इसलिए आपका निवेश किया गया पैसा भी ऊपर-नीचे हो सकता है। इसलिए आपको निवेशित पैसे पर नजर रखी चाहिए और उसकी नियमित जांच करनी चाहिए। यदि आपका बैलेंस बिगड़े तो आपके निवेश का माध्यम बदलना चाहिए। ऐसा हो सकता है कि आप जो राशि शुरूआत में लगायें उसका बैलेंस खराब हो जाये तो आपको उसे रीबैलेंस करने की जरूरत हो सकती है। यहां आप बाजार जानकारों की सलाह भी ले सकते हैं।
हमेशा वहां निवेश करें जिसे आप समझते हैं
अच्छी तरह से बना हुआ पोर्टफोलियो आपको स्वस्थ रिटर्न दिलवा सकता है। मगर आपको बेवजह के जोखिम से भी बचना आना चाहिए। आप किसी ऐसी जगह निवेश कर दें जो आपकी समझ से परे हो और वे अप्रत्याशित रूप से व्यवहार करे। इससे आपको संपत्ति का नुकसान उठाना पड़ सकता है। बेहतर है आप हमेशा उन माध्यमों में निवेश करें जो आपको समझ आती हैं। यदि आप कुछ निवेश योजनाओं को समझने में असमर्थ हों तो उनमें निवेश से पहले एक पेशेवर की सलाह लें।
यह भी पढ़ें - SBI : नई स्कीम लांच, जानिए कितना मिलेगा ब्याज