Gold : खोलें Hallmarking केन्द्र, ये है आवेदन का तरीका
अगले साल जून से सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी। जी हां देश में अगले साल जून महीने से 14, 18 और 22 कैरेट सोने में हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी।
नई दिल्ली: अगले साल जून से सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी। जी हां देश में अगले साल जून महीने से 14, 18 और 22 कैरेट सोने में हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी।
मोदी सरकार देश में अगले साल जून के महीने से सोने की हॉलमार्किंग को जरूरी करने जा रही है। सरकार ने ज्वेलर्स को पुराना स्टॉक बेचने के लिए 1 साल का वक्त दिया था जिसे बढ़ा कर अब जून 2021 कर दिया गया है। सोने की कीमतों में आई गिरावट, जानिए चांदी का भाव ये भी पढ़ें
234 जिलों में 921 एसेयिंग एवं हॉलमार्किंग केन्द्र खुले
उपभोक्ता एवं खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के मुताबिक सरकार अगले कुछ सालों में देश के हर ब्लॉक में हॉलमार्किंग सेंटर खोलेगी। अभी देश के 234 जिलों में 921 एसेयिंग एवं हॉलमार्किंग केंद्र खोले जा चुके हैं। अब धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे पहले मोदी सरकार ने ज्वेलर्स को पुराने स्टॉक को बेचने के लिए एक साल का वक्त दिया था। बाद में इसे बढ़ाकर जून 2021 कर दिया गया था। इसके साथ ही देश में अब 14, 18 और 22 कैरेट सोने में हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी। सरकार ज्वेलर्स और शुद्धता जांच सह हॉलमार्किंग केंद्रों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए एक नया मॉड्यूल लॉन्च किया था।
ऑनलाइन कराएं रजिस्ट्रेशन
इन हॉलमार्क सेंटरों को खोलने का मकसद लाखों लोगों को रोजगार भी देना है। रामविलास पासवान के मुताबिक जो भी लोग अपने इलाके में हॉलमार्किंग सेंटर खोलना चाहते हैं, वो www.manakonline.in पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। पासवान ने शुक्रवार को ज्वेलर्स और शुद्धता की जांच के लिए सह हॉलमार्किंग केंद्रों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए एक नया मॉड्यूल लॉन्च किया था। इसमें ज्वेलर्स भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इससे सोने की खरीद और बिक्री दोनो सुगम हो जाएगी। ज्वेलर्स को अब बीआईएस में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके जरिए ज्वेलरों के पंजीकरण और पंजीकरण के नवीनीकरण की ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत की गई। आवेदन के बाद संबधित विभाग वैरिफिकेशन का काम करेगी। उसके बाद सेंटर का फ्रेंचाइजी मिल जाएगी।
ज्वेलरों की संख्या 5 लाख तक जाने की आशा
राम विलास पासवान ने कहा कि ऑनलाइन मॉड्यूल्स से ज्वेलर्स और उन उद्यमियों के लिए व्यापार करना आसान होगा। हॉलमार्क की जाने वाली सोने की ज्वैलरी और सुनारों की संख्या में भी बड़ा उछाल आएगा। पंजीकरण करवाने के लिए आगे आने वाले ज्वेलरों की संख्या 5 लाख तक जाने की आशा है, जो कि इस समय लगभग 31000 है।
12 हजार बढ़ी सोने की कीमत
बता दें कि जनवरी 2020 से लेकर अब तक अगस्त यानी सात माह में ही सोना 39,100 रुपये से बढ़कर 51,800 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 48,500 रुपये से बढ़कर 66,000 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गयी है। गौरतलब है कि सोने की कीमत में लगातार बढ़ोतरी होते जा रही है। रांची में ही सोना 3,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 9,500 रुपये प्रति किलो महंगा हो गया है। 22 अगस्त, 2020 को सोना 51,800 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 66,000 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है।