बीमा पॉलिसी के बदले लें लोन, मिलेंगे 2 बड़े फायदे
नई दिल्ली। अगर आपके पास जीवन बीमा पॉलिसी है, तो लोन के लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। वैसे भी बीमा पॉलिसी के अगेंस्ट लोन लेने के दो बड़े फायदे हैं। एक तो आपको ब्याज कम चुकाना पड़ता है। इसके अलावा आप चाहें तो किस्त का झंझट भी नहीं रहता है। बीमा पॉलिसी के बदले लिया गया लोन पर्सनल लोन की तुलना में सस्ता पड़ता है। वहीं बीमा पॉलिसी के बदले लोन काफी आसानी से मिल जाता है। यह लोन देने के लिए बैंक या एनबीएफसी कंपनियां लोन देने के लिए एक प्रोसेसिंग फीस जरूर लेती हैं, जो काफी कम होती है।
क्या है लोन लेने का तरीका
बीमा के अगेंस्ट लोन कितना मिलेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी बीमा पॉलिसी किस तरह की है। इसमें सबसे पहले देखा जाता है कि उसकी सरेंडर वैल्यू कितनी है। लोन की राशि आमतौर पर पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू का 80 फीसदी से लेकर 90 फीसदी तक रहती है। हालांकि सभी बीमा पॉलिसियों के बदले लोन नहीं मिलता है। अगर अपकी बीमा पॉलिसी मनी बैक या एंडॉमेंट पॉलिसी है, तो आप इसके बदले में लोन ले सकते हैं। लेकिन ज्यादातर लोन देने वाले बैंक या एनबीएफसी यह भी देखती हैं कि आप लगातार अपने बीमे की किस्त जमा कर रहे हैं या नहीं।
जानिए कौन से दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
बीमा पॉलिसी के बदले लोन लेने के लिए आपके पास कुछ दस्तावेज होने चाहिए। आपको अपने लोन आवेदन का फार्म भरना होगा और इसमें मांगे गए सभी दस्तावेज जमा कराने होंगे। आपको ऐसा लोन लेने के लिए अपनी जीवन बीमा पॉलिसी का ओरिजनल डॉक्युमेंट्स जमा करना होगा। इसके अलावा लोन के लिए एक कैंसिल चेक आवेदन फार्म के साथ देना होगा। बीमा पॉलिसी के बदले लोन लेने पर अनुबंध पत्र पर आपको सिग्नेचर करने होंगे। बाद में जब लोन खत्म हो जाएगा, तो आपको बीमा पॉलिसी वापस कर दी जाएगी।
यह भी पढ़ें : ऐसे मिलती है अमूल की फ्रेंचाइजी, होती है लाखों की कमाई