Retirement के बाद भी हर महीने होगी कमाई, ये हैं बेस्ट ऑप्शन
नयी दिल्ली। 2020 में भारत में लोगों की वर्तमान जीवन प्रत्याशा (जीवन के संभव साल) 69.73 है और यह हर साल बढ़ रही है। मगर रिटायरमेंट की आयु आम तौर पर 60 वर्ष है। इसलिए रिटायरमेंट के बाद के जीवन को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको योजना बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए 2 तरीके हैं। पहला है थोड़ा-थोड़ा निवेश करके रिटायरमेंट के समय बड़ी रकम हासिल करें। दूसरा हर महीने कुछ-कुछ पैसे जमा करें और रिटायरमेंट के बाद मासिक इनकम प्राप्त करते रहें। बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज दर लगातार कम होती जा रही है, जो कि रिटायरमेंट के बाद एफडी पर आश्रित लोगों के लिए चिंता का विषय है। यहां हम आपके लिए कुछ ऐसे ऑप्शन लेकर आए हैं, जो रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम के लिए बेस्ट हैं।
सीनियर सिटीजेन सेविंग स्कीम (एससीएसएस)
यह एक सरकारी योजना है जो 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों के लिए बैंकों और पोस्ट ऑफिस द्वारा पेश की जाती है। एससीएसएस की वर्तमान ब्याज दर 7.40 फीसदी प्रति वर्ष है। एससीएसएस में 1 बार निवेश करने पर पूरी अवधि के लिए ब्याज दर स्थिर हो जाती है। इस स्कीम में निवेश की ऊपरी सीमा प्रति व्यक्ति 15 लाख रुपये है। ध्यान रहे कि पेंशन इनकम पूरी तरह से टैक्स के दायरे में आती है।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
ये एक पांच वर्षीय निवेश योजना है। इसमें सिंगल व्यक्ति 4.5 लाख रु निवेश कर सकता है, जबकि संयुक्त रूप से यहां 9 लाख रुपये निवेश किए जा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में हर तिमाही में ब्याज दर की समीक्षा की जाती है। इस समय पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम की ब्याज दर 6.6 फीसदी है।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना रिटायर लोगों के लिए डेथ बेनेफिट के साथ एलआईसी की तरफ से पेश की जाने वाला एक गारंटीकृत पेंशन प्रोडक्ट है। 60 वर्ष या उससे अधिक आयु का व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। वर्तमान ब्याज दर यहां प्रति वर्ष 7.4 फीसदी है। इसकी ब्याज दरें हर साल बदलती हैं। आप इस स्कीम में अधिकतम 15 लाख रु निवेश कर सकते हैं। ध्यान रहे कि यहां पूरी पेंशन अमाउंट टैक्स के दायरे में आती है। योजना की अवधि लॉक-इन पीरियड के साथ 10 साल की है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए एफडी
यह गारंटीड ब्याज रिटर्न के कारण वरिष्ठ नागरिकों के पसंदीदा निवेश विकल्पों में से एक है। बैंक आम तौर पर वरिष्ठ नागरिकों को 50 आधार अंक अधिक ब्याज दर प्रदान करते हैं।
वार्षिकी योजना (Annuity Plans)
वार्षिकी योजना दो प्रकार की होती हैं। इनमें तात्कालिक (Immediate) और आस्थगित (Deferred) वार्षिकी शामिल है। तत्काल वार्षिकी में आपको जीवन बीमाकर्ता को एकमुश्त राशि का भुगतान करने के तुरंत बाद पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है। आस्थगित वार्षिकी में आपको निर्धारित समय अवधि के बाद पेंशन मिलना शुरू होती है। वार्षिकी योजनाओं का लाभ जीवन भर नियमित और गारंटीड भुगतान के रूप में मिलता है। एलआईसी की ऐसी कई स्कीमें हैं, जिनमें आप केवल एक प्रीमियम देकर जिंदगी भर हर महीने निश्चित पेंशन पा सकते हैं।
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