For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

FD : पोस्ट ऑफिस या SBI बैंक र‍िटर्न के ल‍िहाज से कौन ज्‍यादा फायदेमंद, जान‍िए यहां

अगर आप भी न‍िवेश करने के दौरान थोड़ा कम रिटर्न ही सही लेकिन सेफ्टी को प्राथमिकता देते हैं तो फिक्स्ड डिपोजिट (एफडी) आपके लिए सही ऑप्शन है। निवेश विकल्पों में फिक्स्ड डिपोजिट काफी पॉपुलर रहा है।

|

नई द‍िल्‍ली: अगर आप भी न‍िवेश करने के दौरान थोड़ा कम रिटर्न ही सही लेकिन सेफ्टी को प्राथमिकता देते हैं तो फिक्स्ड डिपोजिट (एफडी) आपके लिए सही ऑप्शन है। निवेश विकल्पों में फिक्स्ड डिपोजिट काफी पॉपुलर रहा है। इसमें आपको सीमित समय के लिए गारंटीड रिटर्न मिलता है। बैंक एफडी आज भी कई लोगों के लिए सेविंग्स का पहला विकल्प बनी हुई है।Top 5 Bank : जानिए कहां मिल रहा है FD पर सबसे ज्यादा इंट्रेस्ट रेट ये भी पढ़ें

FD: पोस्ट ऑफिस या SBI र‍िटर्न के ल‍िहाज से कहां ज्‍यादा फायदा

एफडी पर कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। कुछ बैंक इसके एवज में लोन की भी सुविधा देते हैं। दूसरी बात यह है कि एफडी पर रेग्युलर सेविंग से ज्यादा इंट्रेस्ट रेट मिलता है। बैंकों में फिक्सड डिपॉजिट करना निवेश का अच्छा माध्यम है। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) रिटर्न कमाने के लिहाज से लोगों की पसंद में सबसे ऊपर है। फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने में जोखिम भी कम है। एफडी मैच्योर होने के वक्त आपको पहले से तय दर से रिटर्न मिलता है।

FD: पोस्ट ऑफिस या SBI र‍िटर्न के ल‍िहाज से कहां ज्‍यादा फायदा

बैंक या पोस्ट ऑफिस कहां म‍िलेगा ज्यादा रिटर्न
वहीं देखा जा रहा है कि देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई सहित कई बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों में काफी कमी कर दी है। ऐसे में कई लोग अब पोस्ट ऑफिस की तरफ रुख करने लगे हैं। अगर आप देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी कराने का प्लान बना रहे हैं तो आपको एफडी कराने से पहले पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम के बारे में जरूर जानना चाहिए। तो चलि‍ए जानते है एसबीआई बैंक या पोस्ट ऑफिस में से कहां से एफडी कराने में आपको ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।

 पोस्ट ऑफिस में एफडी

पोस्ट ऑफिस में एफडी

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम यह एक तरह की फिक्स डिपॉजिट (एफडी) है। इसमें एक तय अवधि के लिए एकमुश्त पैसा निवेश करके आप निश्चित रिटर्न और ब्याज भुगतान का फायदा ले सकते हैं। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट 1 से 5 साल तक की अवधि के लिए 5.5 से 6.7% तक ब्याज दर की पेशकश करता है। बता दें कि भारतीय डाक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक 5 साल की सावधि जमा के तहत निवेश करने पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं। इसमें 1000 रुपए का मिनिमम निवेश करना होता है। वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

5 साल के लिए निवेश करने पर इतना मिलेगा रिटर्न
इस स्कीम के तहत अगर आप 1 लाख रुपए 5 साल के लिए निवेश करते हैं तो आपको 5 साल बाद 139,406 रुपए मिलेंगे। इसमें 6.7 फीसदी ब्याज दर से आपको 38,299 रुपए ब्याज रूप में मिलेंगे।

पैसा डबल होने में जानि‍ए कितना लगेगा समय
इसमें अधिकतम ब्याज 6.7% मिल रहा है ऐसे में रूल 72 के अनुसार अगर आप इस स्कीम में पैसा लगाते हैं तो पैसे को डबल होने में 10 साल 7 महीने का समय लगेगा।

 एसबीआई में एफडी पर ये है ब्याज

एसबीआई में एफडी पर ये है ब्याज

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 7-45 दिनों के लिए टर्म डिपॉजिट पर 2.9 पर्सेंट इंट्रेस्ट रेट, 46-179 दिनों पर 3.9 फीसदी, 180-365 दिन पर 4.4 फीसदी, 1-2 साल पर 4.9 फीसदी, 3-5 साल पर 5.3 फीसदी और 5-10 साल पर 5.4 पर्सेंट इंट्रेस्ट ऑफर करता है।

5 साल के लिए निवेश पर इतना मिलेगा रिटर्न
इस स्कीम के तहत अगर आप 1 लाख रुपए 5 साल के लिए निवेश करते हैं तो आपको 5 साल बाद 130,077 रुपए मिलेंगे। इसमें 6.9 फीसदी ब्याज दर से आपको 30,077 रुपए ब्याज रूप में मिलेंगे।

पैसा डबल होने में जानि‍ए कितना लगेगा समय
इसमें अधिकतम ब्याज 5.4 फीसदी मिल रहा है ऐसे में रूल 72 के अनुसार अगर आप इस स्कीम में पैसा लगाते हैं तो पैसे को डबल होने में 13 साल 3 महीने का समय लगेगा।

 कॉरपोरेट और बैंक एफडी में अंतर

कॉरपोरेट और बैंक एफडी में अंतर

कॉर्पोरेट एफडी बहुत हद तक बैंक एफडी के समान है, लेकिन बैंक एफडी की तुलना में कॉर्पोरेट एफडी के मामले में जोखिम थोड़ा ज्यादा होता है। हालांकि मजबूत और ज्यादा रेटिंग वाली कंपनियों की एफडी में जोखिम कम होता है। यहां आमतौर मेच्योरिटी की अवधि 6 माह से 3 साल तक की होती है। कुछ कॉरपोरेट एफडी इससे भी लंबी अवधि के होते हैं। यह बिल्कुल उसी तरह से काम करती है, जैसे बैंक एफडी। इसके लिए फॉर्म कंपनी जारी करती है, जिसे आनलाइन भी भर सकते हैं। कॉरपोरेट एफडी में ब्याज दर बैंक एफडी की तुलना में ज्यादा होती है। वहीं, बैंक एफडी बैंकों द्वारा जारी की जाती है। इसमें ब्याज दर औसत होती है। मेच्योरिटी की अवधि 7 दिन से 5 साल और 10 साल तक हो सकती है. इसमें कॉरपोरेट एफडी की तुलना में रिस्क लो होता है। इसमें डिफाल्ट या पैसया डूबने का खतरा ना के बराबर है।

English summary

Where To Get FD From Post Office Or SBI Bank Will Be More Beneficial

Know post office or SBI where you will get more return on getting FD.
Story first published: Monday, November 9, 2020, 13:09 [IST]
Company Search
Thousands of Goodreturn readers receive our evening newsletter.
Have you subscribed?