Sukanya Samriddhi या PPF अकाउंट : कहां निवेश करना फायदेमंद, ऐसे समझे
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) बेटियों के लिए बहुत अच्छी बचत योजना है। सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ निवेश के दो बेहतर ऑप्शन हैं।
नई दिल्ली: सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) बेटियों के लिए बहुत अच्छी बचत योजना है। सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ निवेश के दो बेहतर ऑप्शन हैं। ये दोनों स्कीम्स इतनी ज्यादा पॉपुलर हैं। एसएसवाई के साथ ही पीपीएफ में निवेश करना भी लोग पसंद करते हैं लेकिन दोनों में कौन ज्यादा बेहतर है और अच्छा रिटर्न देती है चलिए इसकी पूरी डिटेल्स हम आपको बता रहे हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana : कब निकाल सकते हैं पैसा, जान लें फायदे में रहेंगे
सुकन्या समृद्धि योजना
बेटियों कि पढ़ाई-शादी के वक्त एकमुश्त मदद पाने के लिए केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं। इसे 10 साल से कम उम्र की बालिकाओं के माता-पिता शुरू कर सकते हैं। ये परिवार की दो बेटियों के लिए खोला जा सकता है। इन खातों की समयावधि 21 वर्ष या 18 वर्ष की आयु के बाद बेटी की शादी होने तक की होती है। इस स्कीम को 2014 में लॉन्च किया गया था, तब इसक ब्याज दर 9.1 परसेंट थी। इसके बाद ब्याज दर 9.2 परसेंट तक बढ़ाई भी गईं, लेकिन फिर लगातार इसकी ब्याज दरों में गिरावट का ही रुख रहा। फिलहाल वित्त वर्ष 2020-21 तक 7.6 परसेंट ब्याज मिल रहा था, जो अब 1 अप्रैल 2021 के बाद भी जारी रहेगा।
एसएसवाई की ब्याज दरें
समयाविधि ब्याज दर (परसेंट)
- 1 अप्रैल 2021 से ब्याज 7.6
- अप्रैल-2020 से मार्च 2021 7.6
- जुलाई से सितम्बर 2019 8.4
- अप्रैल से जून 2019 8.5
- जनवरी से मार्च 2019 8.5
- अक्टूबर से दिसम्बर 2018 8.5
- जुलाई से सितम्बर 2018 8.1
- अप्रैल से जून 2018 8.1
- जनवरी से मार्च 2018 8.1
- अक्टूबर से दिसम्बर 2017 8.3
- जुलाई से सितम्बर 2017 8.3
- अप्रैल से जून 2017 8.4
एसएसवाई खाता खोलने की शर्तें
अगर आप भी अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो आपको इसकी शर्तों को जान लेना चाहिए। सुकन्या समृद्धि खाता केवल बालिका के नाम पर माता-पिता या कानूनी अभिभावकों द्वारा खोला जा सकता है। खाता खोलने के समय बालिका की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। एक बेटी के लिए सिर्फ एक ही अकाउंट खोला जा सकता है। एक परिवार के लिए केवल दो एसएसवाई खातों को खोलने की इजाजत है।
निवेश करना बेहद आसान
डाकघर या इसमें शामिल सरकारी और निजी बैंकों की शाखाओं के माध्यम से इस योजना में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए आपको जरूरी फॉर्म और चेक/ ड्राफ्ट के जरिए शुरुआती जमा राशि के साथ केवाईसी दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, आधार कार्ड वगैरह जमा कराने होंगे। बैंकों के अलावा आप रिजर्व बैंक की वेबसाइट से एसएसवाई के लिए नया खाता आवेदन फॉर्म डाउनलोड भी कर सकते हैं। आप द इंडिया पोस्ट की वेबसाइट, सरकारी बैंकों एसबीआई, पीएनबी, बीओबी वगैरह की वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। निजी क्षेत्र के बैंकों जैसे आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक से भी आपको फॉर्म मिल जाएगा।
पीपीएफ में निवेश और ब्याज दरें
पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर फिलहाल 7.1 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। पीपीएफ पर हर तिमाही ब्याज की दर तय की जाती है। पीपीएफ एक टैक्स फ्री सेविंग्स स्कीम है, जिसकी ब्याज दरें एसएसवाई की तरह ही हर तिमाही में तय होती हैं। जहां तक सुकन्या समृद्धि से इसकी तुलना की बात है तो दोनों के फीचर्स में काफी फर्क है। जब पीपीएफ में कोई भी व्यक्ति खाता खोल सकता है जबकि एसएसवाई सिर्फ बेटियों के लिए चलाई गई योजना है।
एसएसवाई और पीपीएफ स्कीम से जुड़ी खास बातें
ब्याज दरें
सुकन्या समृद्धि 7.6%
पीपीएफ 7.1%
शुरुआती निवेश की राशि
सुकन्या समृद्धि 1000 रुपये
पीपीएफ 100 रुपये
न्यूनतम निवेश
सुकन्या समृद्धि 250 रुपये
पीपीएफ 500 रुपये
टैक्स बेनेफिट
सुकन्या समृद्धि 1.5 लाख रुपये
पीपीएफ 1.5 लाख रुपये
मैच्योरिटी
सुकन्या समृद्धि 21 साल
पीपीएफ 15 साल
लोन मिल सकता है
सुकन्या समृद्धि नहीं
पीपीएफ हां