Senior Citizen : PNB की स्पेशल स्कीम, मिलेगा रेगुलर इनकम का फायदा
नयी दिल्ली। देश के कई बैंक, पोस्ट ऑफिस और विभिन्न कंपनियां वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई स्कीम चलाती हैं। इन्हीं में एक स्कीम भारत का दूसरे सबसे बड़ा सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) चलाता है। अगर आप पीएनबी की स्कीम के बारे में नहीं जानते तो यहां आपको उसकी पूरी जानकारी मिलेगी। बैंक की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस), जो 2004 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी, रिटायरमेंट इनकम की गारंटी देती है। यह जमा योजना एक सेफ और सुरक्षित निवेश ऑप्शन है, जिसमें आपको वरिष्ठ नागरिक होने पर रेगुलर इनकम मिलेगी। आइए विस्तार से जानते हैं इस स्कीम के बारे में।
कितनी होनी चाहिए उम्र
सबसे पहले आपका भारतीय नागरिक होना जरूरी है। इसके अलावा आपकी आयु 60 वर्ष होनी चाहिए। जो लोग सुपरएन्युएशन या स्वैच्छिक या विशेष स्वैच्छिक योजना (वीआरएस) के तहत रिटायर हुए हैं उनके लिए न्यूनतम आयु सीमा 55 वर्ष है। रक्षा सेवाओं के रिटायर कर्मी (सिविल डिफेंस कर्मचारियों को छोड़कर) 50 साल की आयु पर इस योजना में निवेश के पात्र होंगे। हालांकि उनके लिए कुछ शर्तें होंगी।
कितना होगा निवेश
एससीएसएस में न्यूनतम निवेश 1000 रुपये होना चाहिए जबकि आप अधिकतम 15 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। आप 1,000 रुपये की गुणा में निवेश कर सकते हैं। जहां तक रिटर्न का सवाल है तो आपको भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार ब्याज मिलेगा, जिसमें समय-समय पर बदलाव भी होता है। इस योजना की अवधि 5 साल है, जिसे 3 और सालों तक बढ़ाया जा सकता है। यदि आप चाहें तो अकेले अपने लिए या फिर जीवनसाथी के साथ जॉइंट रूप से भी ये खाता खोल सकते हैं।
कैसे खोलें खाता
आप एससीएसएस अकाउंट के साथ पीएनबी में एक बैंक बचत खाता खोलें। आपको खाता खोलने के लिए जरूरी फॉर्म भरना होगा, जो आपको बैंक ब्रांच में मिल जाएगा। इसके अलावा दो पासपोर्ट साइज फोटो, एडरेस और आईडी प्रूफ भी चाहिए होगा। खाता खोलने के समय आपको आधार कार्ड की कॉपी भी जमा करानी होगी। वैसे एक अच्छी बात ये है कि 5 साल की निर्धारित लॉक-इन अवधि के बावजूद एससीएसएस लिक्विड है। यानी आप इसमें से पहले समय से पहले पैसा निकाल सकते हैं। मगर इसके लिए कुछ नियम और शुल्क भी है।
टैक्स लगता है या नहीं
एससीएसएसस में जमा की गई राशि पर मिलने वाले पूरे ब्याज पर टैक्स लगेगा। साथ ही लागू होने वाले आयकर नियमों के अनुसार इस पर टीडीएस काटा जाता है। हालांकि अगर आपकी इनकम टैक्सेबल नहीं है तो आपको फॉर्म 15एच या 15जी देना होगा ताकि टीडीएस न काटा जाए।
ये हैं एससीएसएस के बेनेफिट
इस योजना के कई फायदे हैं। सबसे पहले तो उपलब्धता। आप अपनी बैंक ब्रांच में एक फॉर्म भर कर खाता खोल सकते हैं। दूसरी बात ये कि यह एक भारत सरकार की निवेश योजना है। इसलिए इसमें जोखिम बिल्कुल जोखिम नहीं है। आप चाहें तो अकेले या किसी के साथ एक से अधिक एससीएसएस खाते खुलवा सकते हैं। इस योजना पर अच्छा ब्याज मिलता है। अप्रैल-जून तिमाही के लिए इस पर 7.4 फीसदी की ब्याज दर थी।
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