जानें ज्वॉइंट होम लोन लेने के फायदे
नई दिल्ली: अपना घर खरीदना किसी भी व्यक्ति की जिंदगी में सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक लक्ष्यों में से एक होता है। लोग अपना घर खरीदने के लिए होम लोन का विकल्प अपनाते हैं। ऐसे में जो लोग होम लोम लेना चाहते हैं और अगर कम सैलरी की वजह से उन्हें इसकी मंजूरी मिलने में दिक्कत हो रही है, उनके लिए ज्वॉइंट होम लोन बड़ी राहत देने वाला हो सकता है। ज्यादातर मामलों में होम लोन लेने के लिए किसी को एप्लीकेंट की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति के साथ मिलकर लोन लेते हैं, तो इसके कई फायदे हैं। अगर आप भी प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपको ज्वॉइंट होम लोन लेने के फायदें के बारे में बताऐंगे।

ज्वॉइंट होम लोन आपकी लोन मिलने की मंजूरी बढ़ा देती
अगर होम लोन लेना है लेकिन कम आमदनी, कम क्रेडिट स्कोर, हाई डेब्ट टू इनकम रेश्यो अक्सर आपको दिक्कत पैदा कर सकती है। इतना ही नहीं होम लोन की एप्लीकेशन को मंजूरी मिलने में भी दिक्कत हो सकती है। ऐसे मामलों में ज्वॉइंट होम लोन आपकी लोन मिलने की मंजूरी को बढ़ा देता है। जब आप अपने साथ एक ऐसा को एप्लीकेंट जोड़ लेते हैं, जिसकी आमदनी अच्छी और स्थिर हो, क्रेडिट स्कोर मजबूत हो, तो आपके लोन को मंजूरी मिलने की संभावना बढ़ जाती हैं। ज्वॉइंट अकाउंट के मामले में बैंक लोन की राशि तय करते हुए दोनों एप्लीकेंट की आमदनी को ध्यान में रखता है। ऐसे में अगर आप चाहें तो ज्यादा लोन के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।

महिला को मिलता का काफी हद तक फायदा
अच्छी बात तो यह है कि इसके साथ ही अगर आपके साथ ज्वॉइंट लोन के लिए अप्लाई करने वाली महिला है, तो आप ब्याज में ज्यादा छूट ले सकते हैं। आमतौर पर बैंक लोन में महिलाओं के लिए 5 बेसिस प्वॉइंट्स तक की छूट रखते हैं। अगर आप अपनी प्रॉपर्टी को महिला के नाम पर रजिस्टर कराते हैं, तो उससे स्टैंप ड्यूटी के चार्ज भी घटते हैं। ज्यादातर राज्य स्टैंप ड्यूटी में 1 से 2 फीसदी तक की छूट देते हैं।

टैक्स में ज्यादा छूट का फायदा लें
ज्वॉइंट लोन लेने का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें आप प्रिंसिपल और ब्याज दोनों पर 80C और 24b के तहत टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं। जहां प्रिंसिपल पर आप एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक का क्लेम कर सकते हैं। ब्याज पर वित्तीय वर्ष में 2 लाख रुपये तक का क्लेम किया जा सकता है। लेकिन इसमें खुद की प्रॉपर्टी होनी चाहिए। एक ज्वॉइंट होम लोन लेते हुए, दोनों व्यक्ति टैक्स में कटौती को अलग से क्लेम कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें प्रॉपर्टी का को ऑनर होना चाहिए। अगर आप प्रॉपर्टी के मालिक नहीं हैं, तो आप इससे जुड़े टैक्स छूट के फायदे नहीं उठा सकते। भले ही फिर आप साथ मिलकर लोन की ईएमआई क्यों नहीं भर रहे हों।
बता दें कि 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2010 के बीच लिए होम लोन्स पर 1.5 लाख तक की ब्याज में छूट का एलान इस बजट में किया गया था। इसमें पहली बार होम लोन लेने वालों के लिए राशि 2 लाख है। इससे कुल ब्याज में छूट एक वित्तीय वर्ष में 3.5 लाख रुपये तक हो जाती है। जबकि ज्वॉइंट होम लेने पर आप इस छूट का फायदा अलग-अलग उठा पाएंगे।

लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर को अच्छा रखना जरूरी
इस बात की जानकारी दें कि लोन की ब्याज दर तय करने में क्रेडिट स्कोर को ध्यान में रखा जाता है। किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर जितना ज्यादा होगा, उसे कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना उतनी बढ़ जाती है। यही कारण है कि लोगों से अपने क्रेडिट स्कोर को अच्छा रखने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि लोन की अवधि जितनी कम होगी, खतरा उतना कम होता है। कारण है कि छोटी अवधि में लोन अदा करने की कर्जदार की क्षमता घटने के आसार कम होते हैं। इस तरह छोटी अवधि के लोन के मामले में ब्याज की दर कम होती है।