FD करवाने से पहले जान लीजिए जरूरी बातें, होगा अधिक मुनाफा
नयी दिल्ली। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) बैंकों या एनबीएफसी द्वारा ऑफर किया जान वाला एक फाइनेंशियल निवेश विकल्प है, जिसमें निवेशकों को नियमित बचत खाते के मुकाबले मैच्योरिटी अवधि तक अधिक ब्याज दर मिलता है। इसे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत में सावधि जमा या टाइम डिपॉजिट के नाम से जाना जाता है। वहीं अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में इसे एक बॉन्ड के रूप में जाना जाता है। भारत में एफडी निवेश के लिए अच्छे विकल्पों में से एक है। कुछ बैंक एफडीधारकों को अतिरिक्त सेवाएं भी सकते हैं जिनमें कम ब्याज दरों पर लोन मिलना शामिल है। यहां ध्यान रखना जरूरी है कि बैंक अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों में कम ब्याज दर दे सकते हैं। कोरोनावायरस के कारण भी कई बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें कम की हैं। मगर एफडी करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपको अधिक मुनाफा हो सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही 3 टिप्स के बारे में।
एक से अधिक एफडी में करें निवेश
एफडी में निवेश के लिए एक अच्छा तरीका माना जाता है एक ही एफडी में अधिक पैसे लगाने के बजाय कम पैसों वाली एक से अधिक एफडी में निवेश करना। कम पैसों वाली एक से ज्यादा एफडी अपने निवेश पोर्टफोलियो में रखना ज्यादा अच्छा ऑप्शन माना जाता है। इसके पीछे एक लॉजिक है। दरअसल जिंदगी में अकसर पैसों की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में कभी कभार ऐसी इमरजेंसी भी आ सकती है कि आपको एफडी तुड़वानी पड़ जाए। उस समय यदि आपकी कम पैसों की अधिक एफडी होंगी तो आप एक एफडी तुड़वा कर अपना काम चला सकेंगे और आपकी एफडी चलती रहेंगी। मगर यदि बड़ी रकम वाली इकलौती एफडी हो तो आपके पास दूसरा ऑप्शन नहीं होगा।
एफडी स्कीम से संबंधित सारी जानकारी हासिल करें
अकसर ऐसा होता है कि कोई बैंक अलग-अलग अवधि पर अलग अलग दर से ब्याज देता है। जबकि आप बैंक के पास अवधि के हिसाब से ही एफडी करवाने जाते हैं। उस समय आपके लिए जरूरी है कि आप सभी अवधियों के लिए ब्याज दर जानें और पूरी डिटेल लें। इससे आपको अधिक ब्याज दर वाला ऑप्शन मिलेगा। उदाहरण के लिए एक बैंक 1 साल पर 5 फीसदी और 2 साल 6 फीसदी ब्याज देता है। तो आप अपनी जरूरतों का कैल्कुलेशन करके लंबी अवधि के लिए एफडी करवा कर अधिक ब्याज हासिल कर सकते हैं। ऐसी बातें आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकती हैं।
एफडी पर मिलती है लोन की सुविधा
अगर आप नहीं जानते तो ध्यान रखिए कि आपको अपनी एफडी पर लोन भी मिल सकता है। इससे आप जरूरत के समय अपनी एफडी तुड़वाने से बच सकते हैं। आपको एफडी में जमा राशि के मूल्य का 80 से 90 प्रतिशत तक लोन मिल सकता है। यहां ब्याज की दर एफडी पर दी गई दर से 1 से 2 प्रतिशत अधिक हो सकती है। मगर फिर भी ब्याज दर पर्सनल लोन जैसे ऑप्शन कम ही होगी। आप कम से कम 7 दिनों के लिए भी एफडी अकाउंट खोल सकते हैं। अकसर लोग इन बातों पर ध्यान नहीं देते। आप इन बातों को ध्यान में रखें तो आपको जरूरत के वक्त पैसा आसानी से मिल सकता है।
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