महंगाई कर रही निवेश पर रिटर्न को कम, तो Gold से बनाएं पैसा, पोर्टफोलियो में करें शामिल
Investment in Gold : परंपरागत रूप से भारत में सोने को एक प्रमुख इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट के तौर पर जाना जाता है। लोग हर साल अक्षय तृतीया, धनतेरस, दीवाली आदि जैसे मौकों पर सोना खरीदते हैं और लगभग हर शादी समारोह आदि में सोने की ज्वेलरी का उपयोग करते हैं। ये सिलसिला पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा है। अब पहले के मुकाबले अधिक निवेश ऑप्शन मौजूद हैं। इनमें डिजिटल गोल्ड, गोल्ड फंड, गोल्ड ईटीएफ, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) आदि शामिल हैं। ऐसे में सोने में निवेश के मामले में लोगों का ध्यान फिजिकल सोने से हटकर पेपर गोल्ड की तरफ बढ़ा है। क्यों जरूरी है गोल्ड में निवेश आगे जानिए।
Business Idea : इस दूध से हर घंटे हो सकती है 7000 रु की कमाई, जल्द बनेंगे मालामाल
इसलिए करें गोल्ड में निवेश
अकसर महंगाई आपके निवेश के रिटर्न को कम कर देती है। जबकि गोल्ड महंगाई से हेजिंग (बचाव) में काम आता है। इसलिए जो लोग सोने में निवेश करना पसंद नहीं करते हैं, उन्हें फिर से इस बारे में सोचना चाहिए और गोल्ड को अपने पोर्टफोलियो में जरूर शामिल करना चाहिए। आगे जानिए गोल्ड में निवेश के क्या हैं फायदे।
हाई रिटर्न
सोना एक टाइम-टेस्टेड निवेश विकल्प है जो आज भी उपलब्ध कई अन्य विकल्पों पर तरजीह रखता है। जब उतार-चढ़ाव वाली महंगाई दरों के मामले में वैल्युएशन किया जाता है, तो सोने ने दशकों से पारंपरिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए यह मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव का एक अच्छा ऑप्शन है। पिछले 30 वर्षों में रुपये के लिहाज से सोने ने सालाना 10 फीसदी का रिटर्न दिया है। पिछले एक दशक में सोने से सालाना रिटर्न 11 फीसदी मिला है। इसी अवधि के दौरान, सीपीआई (महंगाई) सूचकांक 6.3 प्रतिशत पर एडजस्ट रहा है। इससे यह बिल्कुल स्पष्ट हो जाता है कि सोना लंबी अवधि के लिए मुद्रास्फीति से बचने के लिए क्यों जरूरी है।
सुरक्षित निवेश ऑप्शन
कहा जाता है कि मुद्रास्फीति हो या नहीं, सोना एक निवेशक के पोर्टफोलियो का हिस्सा जरूर होना चाहिए। मुद्रास्फीति के अलावा कई अन्य फैक्टर और जोखिम हैं जो शेयरों में निवेश पर उल्टा प्रभाव डाल सकते हैं। इनमें भू-राजनीतिक तनाव शामिल हैं जैसे हमने हाल ही में यूक्रेन और रूस के बीच देखा, या इसी तरह कोविड-19 महामारी जैसी कोई अन्य आपदा। ऐसी स्थिति में, सोना निवेशकों के लिए आजमाया और परखा हुआ सेफ निवेश ऑप्शन आश्रय है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो के 10-20 प्रतिशत के बराबर सोने में निवेश करना चाहिए।
भरोसेमंद निवेश ऑप्शन
एक अच्छा निवेश विकल्प होने के अलावा, सोने के और भी कई उपयोग हैं। सोने के बारे में बात करते समय जेवर पहली चीज दिमाग में आती है, तो वहीं इसका उपयोग जरूरत के समय लोन लेने के लिए भी किया जा सकता है। गोल्ड लोन आम तौर पर कम ब्याज वाले लोन होते हैं, जिन्हें उधारकर्ता बिना किसी परेशानी के जल्दी हासिल कर सकते हैं। और उपलब्ध अन्य लोन विकल्पों के उलट गोल्ड लोन की ब्याज दरें भी कम होती हैं। इस तरह उधार लेने वालों के वित्तीय हितों की रक्षा होती है। इसी तरह, सोने में निवेश करने पर, इसकी हाई लिक्विडिटी, आपदा-रोधी नेचर जैसे कई फायदे आपको मिलते हैं।