कमाई का मौका : इन सस्ते शेयरों से विदेशी कमा रहे, आपके लिए भी है चांस
नयी दिल्ली। बहुत से निवेशक कम कीमत वाले शेयरों को खरीदना पसंद करते हैं, लेकिन ऐसे ही कोई स्टॉक चुनना जोखिम भरा हो सकता है। वैसे सिर्फ घरेलू ही नहीं विदेशी निवेशक भी ऐसे शेयरों में रुचि रखते हैं। यहां हम आपको 7 ऐसे शेयरों के बारे में बताएंगे जो 30 जून 2020 को 20 रुपये से भी नीचे थे और उनकी मार्केट कैपिटल 100 करोड़ रुपये से अधिक थी। विदेशी निवेशकों ने इन शेयरों में पिछले 5 महीनों में निवेश बढ़ाया है। अच्छी बात ये है कि इन शेयरों ने जुलाई से अब तक 462 फीसदी तक का रिटर्न दिया है। विदेशी निवेशक इन शेयरों से कमाई कर रहे हैं। आपके लिए भी इन शेयरों से मुनाफा कमाने का एक अच्छा मौका हो सकता है।
सीजी पावर
सीजी पावर का शेयर 30 जून को 8.69 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 48.90 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने सिर्फ 5 महीनों में 462 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 4.66 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 6.65 फीसदी कर ली।
सुबेक्स
सुबेक्स का शेयर इस साल 30 जून को 8.47 रु पर था, जबकि आज 8 दिसंबर को ये शेयर 32.35 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने 30 जून से अब तक 281.93 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 0.00 फीसदी से सितंबर तिमाही तक बढ़ा कर 0.33 फीसदी कर ली।
विकास मल्टीकॉर्प
विकास मल्टीकॉर्प का शेयर 30 जून को 5.04 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 7.68 रु पर बंद हुआ। इस शेयर ने पिछले 5 महीनों में 52.38 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। वहीं विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 5.20 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 6.99 फीसदी कर ली।
पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज
पीटीसी इंडिया का शेयर 30 जून को 12.57 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 23 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने सिर्फ 5 महीनों में 83 फीसदी का मुनाफा कराया है। विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 1.23 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 1.27 फीसदी कर ली।
ऊषा मार्टिन
ऊषा मार्टिन का शेयर 30 जून को 19.56 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 25.35 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने सिर्फ 5 महीनों में 29.60 फीसदी का रिटर्न दिया। विदेशी निवेशकों ने भी इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 8.16 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 8.17 फीसदी कर ली।
जम्मू-कश्मीर बैंक
जम्मू-कश्मीर बैंक का शेयर 30 जून को 18.13 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 25.86 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने सिर्फ 5 महीनों में 42.63 फीसदी रिटर्न दिया है। विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 0.00 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 7.09 फीसदी कर ली।
इरोज इंटरनेशनल
इरोज इंटरनेशनल का शेयर 30 जून को 18.10 रु पर था, जबकि 8 दिसंबर को ये शेयर 23.35 रु पर बंद हुआ। यानी इस शेयर ने सिर्फ 5 महीनों में 29 फीसदी रिटर्न दिया है। विदेशी निवेशकों ने इस शेयर में अपनी हिस्सेदारी जून तिमाही में 2.99 फीसदी से बढ़ा कर सितंबर तिमाही तक 5.92 फीसदी कर ली।
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