Gold : FD जैसा भी हो सकता है इस्तेमाल, जानिए तरीका
नई दिल्ली। बैंकों में एफडी का ब्याज तेजी से घट रहा है। वहीं गोल्ड का रेट खूब बढ़ा है। ऐसे में क्या गोल्ड का इस्तेमाल बैंक एफडी की जगह हो सकता है। हालांकि तकनीकी रूप से संभव नहीं है, लेकिन अगर आप वित्तीय मामलों में स्मार्ट हैं, तो ऐसा आराम से हो सकता है। जैसे आप एफडी में निवेश करते हैं, वैसे ही आप गोल्ड में निवेश कर ऐसा आराम से कर सकते हैं। लेकिन गोल्ड में यह निवेश आप फिजिकल रूप में न करके ऑनलाइन रूप में करना होगा। इसके दो फायदे हैं, एक तो ज्वैलर का चार्ज बचता है, वहीं इसे खरीदना और बेचना आसान होता है।
ये है तरीका
अगर आपको लगता है कि यह तरीका अपनाना चाहिए तो इसकी डिटेल जान लेना जरूरी है। इसके अलावा आंकड़ों पर भी नजर डाल लेना ठीक रहेगा, जिससे आप सही फैसला ले सकें। वैसे गोल्ड ने पिछले 20 साल में एफडी के मुकाबले काफी ज्यादा कमाई कराई है।
पहले जानें गोल्ड ने एफडी के मुकाबल कितनी कराई कमाई
अगर जनवरी 2000 से अक्टूबर 2020 के बीच का रिटर्न देखा जाए तो यह एफडी की तुलना में काफी ज्यादा है। गोल्ड ने इस दौरान करीब 589 फीसदी का रिटर्न दिया है। अगर इसको वार्षिक आधार पर देखा जाए तो यह 9.73 फीसदी सालाना होता है।
जानिए गोल्ड का 15 साल का वार्षिक रिटर्न
अगर जनवरी 2005 से अक्टूबर 2020 के बीच का गोल्ड का रिटर्न देखा जाए तो इसका टोटल रिटर्न करीब 355 फीसदी रहा है। वही वार्षिक रिटर्न करीब 10.09 फीसदी का रहा है।
जानिए गोल्ड का 5 साल का वार्षिक रिटर्न
अगर जनवरी 2015 से अक्टूबर 2020 के बीच गोल्ड का रिटर्न देखा जाए तो इसने टोटल करीब 64.22 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं अगर वार्षिक रिटर्न देखा जाए तो गोल्ड ने करीब 8.97 फीसदी का रिटर्न दिया है।
जानिए 1 जनवरी से अभी तक का गोल्ड का रिटर्न
गोल्ड का अगर 1 जनवरी 2020 से लेकर 7 अक्टूबर 2020 के बीच टोटल रिटर्न देखा जाए तो यह करीब 27.90 फीसदी रहा है। वहीं अगर इसे वार्षिक आधार पर देखा जाए तो यह करीब 37.66 फीसदी हो जाता है।
जानें कैसे गोल्ड का एफडी जैसा करें इस्तेमाल
आमतौर पर लोग एफडी करते हैं या हर माह का निवेश आरडी के रूप में करते हैं। निवेश या पैसा जमा इन्हीं दो तरीकों से ज्यादातर लोग करते हैं, हां कितना निवेश किया जा रहा है यह सबकी अपनी क्षमता पर निर्भर होता है। ठीक इसी तरह लोग गोल्ड में भी निवश कर सकते हैं। जहां तक गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड की बात है तो यहां पर आमतौर पर निवेश एक ग्राम या आधा ग्राम की यूनिट के रूप में हो सकता है। लेकिन पेटीएम और कुछ अन्य वॉलेट गोल्ड में 1 रुपये से भी निवेश की सुविधा देते हैं। ऐसे में लोग अपनी क्षमता के अनुसार गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। जैसे एफडी और आरडी में कम से कम 1 से लेकर 5 साल तक पैसा जमा किया जाता है, इसी प्रकार गोल्ड में भी किया जा सकता है।
कैसे जरूरत पर मिलेगा पैसा
आमतौर लोग एफडी या आरडी पूरा होने पर ही पैसा निकालते हैं। कई बार तो जरूरत न होने पर इस पैसे की एफडी या आरडी दोबारा कर दी जाती है। वहीं अगर गोल्ड में निवेश किया है, तो यहां पर टाइम लाइन नहीं होती है। ऐसे में आप कभी भी गोल्ड खरीद सकते हैं और कभी भी बेच सकते हैं। ऐसे में अगर आप ने आज सोने में निवेश किया है तो 1 साल या उसके बाद जरूरत पर उसे बेच कर पैसा ले सकते हैं। इसके अलावा अगर जरूरत न पड़े तो गोल्ड में निवेश का बनाए रखा जा सकता है। यहां पर एक फायदा और होता है कि आप अपने गोल्ड के निवेश में जितना जरूरत हो उतना हिस्सा बेच कर पैसा ले सकते हैं। जबकि एफडी और आरडी में यह सुविधा नहीं है। यहां पर पूरा ही निवेश निकालना पड़ता है।
जानिए टॉप 5 गोल्ड फंड
-एसबीआई गोल्ड फंड ने 1 साल में दिया 32.05 फीसदी का रिटर्न
-इंवेसको इंडिया गोल्ड फंड्स ने 1 साल में दिया 31.52 फीसदी का रिटर्न
-एचडीएफसी गोल्ड फंड ने 1 साल में दिया 31.22 फीसदी का रिटर्न
-निप्पॉन इंडिया गोल्ड सेविंग फंड ने 1 साल में दिया 30.85 फीसदी का रिटर्न
-आईसीआईसीआई प्रु रेगुलर गोल्ड फंड्स ने 1 साल में दिया 30.39 फीसदी का रिटर्न
नोट : इस रिटर्न की गणना 11 अक्टूबर 2020 की एनएवी के हिसाब से की गई है। एक साल के रिटर्न का मतलब पिछले साल इसी दिन अक्टूबर में गोल्ड में निवेश से है।