सस्ते में सोना खरीदने का आज एक बार फिर से मिल रहा मौका
सोना में निवेश करने का मन बना रहे है तो यह खबर पढ़ ले। जी हां आपको बता दें कि आज से एक बार फिर से सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने का एक बार मौका मिल रहा है।
नई दिल्ली: सोना में निवेश करने का मन बना रहे है तो यह खबर पढ़ ले। जी हां आपको बता दें कि आज से एक बार फिर से सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने का एक बार मौका मिल रहा है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सॉवरेन गोल्ड बांड्स 2019-20 (सीरीज-5) योजना 7-11 अक्टूबर 2019 के दौरान खुली रहेगी। इस अवधि में बांड का इश्यू प्राइस प्रति ग्राम 3,788 रुपए रहेगा। योजना के तहत भुगतान का सेट्लमेंट 15 अक्टूबर 2019 को होगा। सरकार ने इश्यू प्राइस पर 50 रुपए प्रति ग्राम छूट का भी ऑफर दिया है। बता दें कि यह छूट उन्हीं निवेशकों को मिलेगी, जो ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करेंगे। ऐसे निवेशकों के लिए छूट के साथ गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस प्रति एक ग्राम सोने के लिए 3,738 रुपए हो जाएगा।
निवेशकों के लिए ऑनलाइन निवेश है फायदेमंद
बता दें कि सरकार ने ऑनलाइन अप्लाई एवं पेमेंट करने वाले निवेशकों के लिए भी खास पेशकश की है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस योजना में निवेश के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने एवं भुगतान करने पर प्रति ग्राम के दर से 50 रुपये की विशेष छूट दी जाएगी। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह के निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 3,738 रुपये प्रति दस ग्राम रह जाएगा।
एक व्यक्ति 500 ग्राम तक कर सकता है निवेश
जानकारी दें कि इस स्कीम के तहत बॉन्ड को एक ग्राम गोल्ड के आकार में डिनॉमिनेट किया गया है। कोई भी व्यक्ति किसी एक वित्तीय वर्ष में कम-से-कम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम तक निवेश कर सकता है। अगर कोई अविभाजित हिन्दू परिवार चार किलोग्राम तक निवेश कर सकता है। वहीं कोई ट्रस्ट अगर इसमें निवेश करना चाहता है तो वह अधिकतम 20 किलोग्राम तक के बॉन्ड खरीद सकता है।
जानें गोल्ड बांड क्या है मकसद
सॉवरेन गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लांच हुई थी। इसे लाने का मकसद फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करना और वित्तीय बचत उपकरणों में निवेश को बढ़ावा देना था। योजना के तहत बांड को मूल्य सोने के वजन के रूप में निर्धारित होता है। बता दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की शुरुआत नवंबर, 2015 में की गई थी। इस स्कीम का लक्ष्य वास्तविक सोने की मांग में कमी लाने के लिए किया गया था।
गोल्ड बांड में निवेश करने के कई फायदे
- सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है।
- जब आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, तब सोने की कीमत भी बढ़ती है।
- विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय तनावों और ट्रेड वार के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। ऐसे में सोने को एक बेहतर निवेश संपत्ति माना जा रहा है।
- ध्यान देने वाली बात यह है कि हाल में सोने की कीमत में भारी उछाल दर्ज किया गया है।
- ऐसे में जल्द इसकी कीमत में बहुत अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए।
- इसके अलावा जब आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं, तो आप मेकिंग चार्ज और जीएसटी भी चुकाते हैं।
- इससे वास्तविक कीमत काफी बढ़ जाती है। अच्छी बात यह है कि सॉवरेन गोल्ड बांड पर कोई जीएसटी नहीं है। न ही कोई मेकिंग चार्ज लगता है।
- इसके अलावा इसे रखना भी फिजिकल गोल्ड के मुकाबले अधिक सुरक्षित है।
- इस पर आपको हर साल ब्याज भी मिलता है।
- इस तरह से फिजिकल गोल्ड के मुकाबले सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने में फायदा ही फायदा है।
- बता दें कि इसके रखरखाव पर कोई खर्च भी नहीं आता है।