Personal Finance: अपनों को लोन देने जा रहें तो इन बातों का ध्यान दें
कई बार ऐसा समय आता है,जब हमें अपने दोस्तों (Friends), रिश्तेदारों (Family) को उधार देने पड़ता है। उनकी जरुरतों को पूरा करने में हमें सहारा बनना पड़ता हैं।
नई दिल्ली: कई बार ऐसा समय आता है,जब हमें अपने दोस्तों (Friends), रिश्तेदारों (Family) को उधार देने पड़ता है। उनकी जरुरतों को पूरा करने में हमें सहारा बनना पड़ता हैं। हालांकी कई बार आपका यह कदम आपको परेशानी में भी डाल देता है। ऐसे में हम आपको यह बता रहे हैं, कि दोस्तों, रिश्तेदारों को उधार (Borrowing) देते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जिससे आने वाले समय में आपको किसी तरह की परेशानी नहीं हो। ज्यादातर लोग जान पहचान में लोन (Loan) इसलिए लेते हैं क्योंकि उन्हें बैंक इएमआई और इंटरेस्ट (Bank EMI and Interest) की परेशानी ना हो। जबकि ये रकम वह बैंक (Bank)से पर्सनल लोन (Personal loan) के रुप में काफी आसानी से भी ले सकते है। लोन (Loan) लेने से उन्हें यह फायदा होता है, कि इस तरह के उधार पर उन्हें न तो कोई ईएमआई (EMI) चुकानी होती है, न ही कोई इंटरेस्ट चुकाना पड़ता है।
शर्त और नियम पर विचार कर लें
वहीं पैसों (Money) के मामले में भावनाओं को दूर ही रखें। आपकी क्या शर्तें और नियम (Terms and conditions) है इसकी लिस्ट बना लें, जैसे- वो कितने दिनों में आपके पैसे लैटाएगा, पेमेंट (Payment) कैसे करेगा? यदि ज़्याद अमाउंट (Amount) है तो इंस्टॉलमेंट (instalment) कितनी होगी आदि। ये सारी चीज़ें सामने वाले से डिस्कस (Discount) कर लें ताकि भविष्य में किसी तरह की ग़लतफ़हमी की गुंजाइश न रहे। इस बात का भी ध्यान दें कि एक बार पैसे देने के बाद उससे बार-बार ये न पूछे कि उसने पैसों का क्या किया, कैसे ख़र्च किए। आपके बार-बार पूछने से रिश्ते में तनाव और दरार आ सकती है। यदि बहुत बड़ी रकम उधार (Borrow money) दे रहे हैं, तो उसका लिखित सबूत (प्रूफ) ज़रूर रखें।
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पैसे वापस करने का निश्चित समय करें
बता दें कि चूंकि आप किसी अपने को ही उधार (Borrowing) दे रहे हैं, ऐसे में शायद आपको लगे कि पैसे वापस करने का समय निश्चित (Time fixed) करने की ज़रूरत नहीं है, मगर आपकी ये सोच सही नहीं है। आप चाहे किसी को भी उधार दें, पैसे देते समय ही उसे वापस करने का समय भी तय कर लें। इस बात का ध्यान रखें कि सामने वाला भी समय तय करने की ज़रूरत को समझें।
अच्छी तरह परिस्थितियों का आकलन करें
किसी अपने को उधार देने से पहले परिस्थितियों (circumstances) का अच्छी तरह से विश्लेषण कर लें, साथ ही मामले की गंभीरता को भी समझने की कोशिश करें। क्या सामने वाले को सचमुच किसी बेहद ज़रूरी काम के लिए पैसे चाहिए या फिर बस अपना कोई शौक़ पूरा करने लिए वो आपसे पैसे मांग रहा है। हालांकि इस मामले में बहुत ज़्यादा पूछताछ न करें, मगर इतना ज़रूर जानने की कोशिश करें कि उसे किस काम के लिए पैसे चाहिए? हो सके तो उसे तुरंत पैसे देने की बजाय कोई दूसरा रास्ता सुझाएं। यदि फिर भी बात न बनें और पैसे देने ही पड़े, तो अच्छी तरह से उसकी ज़रूरत की पड़ताल करने के बाद ही पैसे दें, कहीं ऐसा न हो कि वो आपके पैसों का ग़लत इस्तेमाल करें जिससे भविष्य में आपके रिश्ते में दरार पड़ जाए।
पहचान वालों को बनाएं गवाह
इस बात का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी हैं कि आप जो उधार दे रहे हैं यदि उसके लिए कोई लिखित सबूत (Written proof) नहीं है, तो कभी भी अकेले में पैसे उधार न दें भले ही वो आपके भाई/बहन ही क्यों न हो। जहां तक संभव हो ऐसे कुछ लोगों (2-3) के सामने पैसे दें, जो आप दोनों को जानते हों। इससे पैसे लेने वाले को अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास रहेगा और वो जल्द पैसे वापस करने की कोशिश करेगा। इसी तरह इन्हीं जानकार लोगों के सामने पैसे वापस लौटाने पर उधार वापस करने वाले को भी तसल्ली रहती है।
प्रूफ रखने के लिए इन तरीकों को भी अपनाएं
आपने किसी को उधार दिया है, इसको साबित करने के लिए आप दो तरीके आसानी से अपना सकते हैं। इसके तहत आप जब भी रकम अपने करीबी को दे, तो उसे चेक के जरिए दे।
- दूसरा तरीका यह है कि रकम को ऑनलाइन ट्रांसफर (Online transfer) करें। ये दो तरीके हमेशा डॉक्युमेंटेंड (Documents) रहेंगे। ऐसे में किसी विशेष परिस्थिति में आपको साबित करना पड़े तो आसानी से साबित कर सकेंगे।
- इसके अलावा कई बार हम उधार देते वक्त दोस्त या रिश्तेदारी की गुजारिश उस रकम के बारे में अपने परिवार को नहीं बताते हैं। ऐसा कभी न करे, अपने परिवार को जरूर इस बारे में बताएं, कि आपने किस व्यक्ति को उधार दिया है, साथ ही कितनी रकम दी है। इसके तहत अपने परिवार को चेक डिटेल (Check details), फंड ट्रांसफर डिटेल (Fund transfer details) और स्टॉम्प पेपर (Stomp paper) आदि की डिटेल दे सकते हैं।