जानें क्यों फिक्स्ड डिपाजिट में निवेश करने का ये है उत्तम समय
सही जगह निवेश करने से उसका अच्छा रिटर्न मिल पाता है और इससे आपकी संपत्ति और समृद्धि में भी इजाफा होता है। मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव से हटकर निवेशक ऐसे फंड ढूंढते हैं जिनमें स्थिर विकास की संभावना हो और फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश के सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक है। फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने पर कंपाउंडिंग की वजह से आपको एक निर्धारित समय के बाद मोटा ब्याज मिलता है।
मान लीजिए कि आपने 5 वर्षों के लिए 8.75 प्रतिशत की ब्याज दर पर 1 लाख रुपए का निवेश किया है। इस पर आपको 52,106 रुपए ब्याज की राशि के रूप में मिलेंगे जो कि साधारण ब्याज की गणना से 16 प्रतिशत ज्यादा है। एफडी ब्याज दर के आधार पर आरओआई को निर्धारित किया जाता है।
वर्तमान आर्थिक स्थिति में फाइनेंशियल एक्सपर्ट मानते हैं कि इस समय फिक्स्ड डिपॉजिट खोलना फायदे का सौदा रहेगा। आइए जानते हैं कि क्यों फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने से फायदा होगा। इसके निम्न कारण हैं:
ब्याज दर पर कटने वाले रेपो रेट का असर
7 फरवरी, 2019 को आरबीआई ने अपनी ऋण दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की जिससे रेपो रेट 6.50% से 6.25% हो गया। इससे आरबीआई से कर्ज लेना आसान हो गया है एवं इससे लिक्वडिटी (नकद) में वृद्धि हो सकती है। फाइनेंसरों के द्वारा कमाई गयी मूल राशि वो बचा हुआ धन है जो उन्हें लोन तथा फिक्स्ड डिपाजिट में जमा धन को घटा कर मिलता है। चूंकि, अब लोग आसानी से कम दर पर ऋण ले सकते हैं तो अब फाइनेंसर डिपॉजिट रेट में भी कटौती करने की सोच रहे हैं।
पिछली कुछ तिमाहियों में एफडी ब्याज दरें तेजी से बढ़ी हैं जैसे कि बजाज फाइनेंस ने अक्टबूर 2018 में अपनी ब्याज दरें 0.10 प्रतिशत बढ़ा दी थीं। हालांकि, अब एफडी ब्याज दरों में संभावित कटौती हो सकती है और इन फाइनेंसरों द्वारा दी जा रही उच्च ब्याज दरों पर आप लंबी समयावधि के साथ अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
आर्थिक अनिश्चितता से बढ़ी बाजार में अस्थिरता
साल 2018 में निवेश के क्षेत्र में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया था और अगर आप रूढ़िवादी निवेशक हैं तो आपको साल 2019 में मार्केट पर थोड़ा अविश्वास हो सकता है। आईएल एंड एफएस (IL&FS) डिफॉल्ट्स एवं इनके परिणामस्वरूप आईसीआरए (ICRA) डाउनग्रेड ने कई पायदानों पर ऋण निवेश में शामिल जोखिमों को उजागर किया है। इक्विटी के क्षेत्र में, चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध और आगामी आम चुनाव जैसे आंतरिक घटकों की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव से प्रभावित निवेशों पर अनिश्चितता के बादल छा सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर, फिक्स्ड डिपॉजिट से आप फिक्स्ड ब्याद दरों द्वारा स्थिर रिटर्न पा सकते हैं और इस तरह आप अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं। अपने निवेश पोर्टफोलियो में स्थिरता चाहने वाले निवेशकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श निवेश विकल्प है।
वर्तमान एफडी की ब्याज दरें या अन्य बचत योजनाएं
अगर आप बचत की स्कीमों में अपना पैसा लगाते हैं तो हाल ही में ईपीएफ में 0.10% की बढ़त के कारण आपको खुश होना चाहिए। हालांकि, अगर आप फाइनेंसर द्वारा दी जा रही वर्तमान एफडी ब्याज दरों को भी ध्यान में रखते हैं तो ये आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा। उदाहरण के लिए, बजाज फाइनेंस वृद्ध नागरिकों को 9.10% तक की ब्याज दर, मौजूदा ग्राहकों को 9.0% तक और पहली बार एफडी अकाउंट खुलवाने वाले लोगों को 8.75% तक की ब्याज दर दे रही है।
बेहतर रिटर्न के लिए नीचे देखें कि विभिन्न बचत स्कीमों द्वारा वर्तमान में क्या ब्याज दरें दी जा रही हैं और आप कैसे लाभ उठा सकते हैं:
निवेश के विकल्प | रिटर्न |
बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट | 8.75% - 9.10% |
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम | 8.7% |
कर्मचारी भविष्य निधि | 8.65% |
एलआईसी हाउसिंग एफडी | 8.30% - 8.55% |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट | 8% |
सामान्य भविष्य निधि | 8% |
निवेश के लिए कई सुरक्षित विकल्प हैं जैसे कि पीपीएफ, एससीएसएस, एनएससी आदि लेकिन बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे अधिक ब्याज दर देता है। आप 12 से 60 महीनों के लिए निवेश कर सकते हैं। इसकी शुरुआती निवेश की राशि मात्र 25 हजार रुपए है। एफडी के लिए क्रिसिल (CRISIL) द्वारा एफएएए और आईसीआरए द्वारा एमएएए की सुरक्षित रेटिंग बजाज फाइनेंस को दी गई है। इसमें निवेश करने पर सुरक्षित रिटर्न मिलेगा और कोई खतरा नहीं है।