इनकम टैक्स प्लानिंग करने में इन गलतियों से बचें
क्या आप भी टैक्स और निवेश से जुड़े अपने फैसले खुद लेते हैं। अगर हां तो आपको Income Tax प्लानिंग में उन गलतियों से बचना चाहिए जो आम तौर पर लोग करते हैं।
नई दिल्ली: क्या आप भी टैक्स और निवेश से जुड़े अपने फैसले खुद लेते हैं। अगर हां तो आपको Income Tax प्लानिंग में उन गलतियों से बचना चाहिए जो आम तौर पर लोग करते हैं। वहीं इस बात का भी ध्यान देना चाहिए कि टैक्स प्लानिंग में आज के हिसाब से सोचना बेहद जरुरी है। कई लोग अब भी टैक्स प्लानिंग में पुराने ढर्रे पर चलते नजर आते हैं।
इनकम टैक्स भरने की अंतिम तारिख में अब बस कुछ ही दिन बचें है। ऐसे में आप अपने टैक्स बचत के बारे में सोच रहे होंगे। सही तरीके के देखें तो टैक्स बचत की प्लानिंग हमें वित्तीय वर्ष की शुरूआत से ही करनी चाहिए।
अपनी कुल आय निकाल लें
आप सालाना आमदनी पर Income Tax देनदारी की गणना करें। किसी वित्त वर्ष में आपकी कुल आय पर आपको इनकम टैक्स (Income Tax) चुकाना पड़ता है। इसमें आपका वेतन, बैंक खाते से मिला ब्याज और घर के किराए से आमदनी आदि शामिल हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज, Mutual Fund या शेयर बाजार में निवेश से मिलने वाले रिटर्न, संपत्ति बेचने से हुए मुनाफे (LTCG/STCG) आदि से हुई आय पर भी आपको Income Tax चुकाना होता है।
इस बात का भी ध्यान दें कि आपको कुल टैक्स देनदारी समझने के लिए हर तरह की आय को जोड़ना होगा। आमदनी के सभी स्रोत से प्राप्त आय को जोड़ने के बाद ही आप यह जान सकते हैं कि आपकी कुल सालाना आमदनी कितनी है। और तो आपको इस पर कितना Income Tax देना है। इसके बाद ही आपको Income Tax प्लानिंग करनी चाहिए।
जल्दबाजी में न करें निवेश
वित्त वर्ष की शुरुआत से ही इनकम टैक्स Income Tax बचाने के लिए निवेश नहीं करते तो यह संभव है कि बैंक का रिलेशनशिप मैनेजर, पड़ोसी, रिश्तेदार या दोस्त आपको निवेश सलाह देने लगें।
आपको टैक्स बचत के लिए निवेश करने से पहले इसकी सही जानकारी हासिल करनी चाहिए। इस का पर भी गौर करें कि इनकम टैक्स Income Tax बचाने के निवेश के तमाम विकल्पों के बारे में जानकारी हासिल करें और उसकी तुलना करना आवश्यक है।
वहीं आपको निवेश के इन विकल्प के फायदे और नुकसान पर विचार करने की जरूरत है। अगर आप खुद यह फैसला नहीं कर पा रहे हैं तो आपको इनकम टैक्स Income Tax कंसल्टेंट की मदद लेनी चाहिए। इनकम टैक्स विशेषज्ञ को इस काम का लंबा अनुभव होता है और वह आपकी जरूरतों के हिसाब से आपको व्यक्तिगत सलाह दे सकता है।
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निवेश से पहले रिटर्न के बारे में जानिए
यह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं कि इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के लिए किये जाने वाले निवेश में भी आपको रिटर्न का अनुमान लगाने की जरूरत है। आपको वास्तव में यह पता करना चाहिए कि इनकम टैक्स (income tax) चुकाने और महंगाई दर से मुकाबला करने के बाद आपको निवेश पर कितना रिटर्न मिलेगा।
हालांकि पीपीएफ PPF में निवेश पर मिलने वाला रिटर्न Income Tax से मुक्त है। एफडी FD पर मिलने वाले रिटर्न पर Income Tax चुकाना होता है। आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आपके निवेश पर जो रिटर्न मिले वह महंगाई दर से अधिक हो। वहीं अगर अभी महंगाई दर 4 फीसदी है और आपके निवेश पर रिटर्न 10 फीसदी तो आपके निवेश पर वास्तविक रिटर्न 6 फीसदी मिलेगा।
पॉलिसी खरीदने पर करें विचार
जीवन बीमा पॉलिसी (life insurance policy) खरीदना इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के लोकप्रिय विकल्प में शामिल है। आपको जीवन बीमा पॉलिसी सिर्फ इनकम टैक्स (Income Tax) बचाने के लिए नहीं खरीदनी है। आप जीवन बीमा पॉलिसी को अपने जोखिम कवर करने के हिसाब से तय करें।
सालाना आमदनी का कम से कम 10 गुना रकम के कवर वाली पॉलिसी (cover policy) लेने की जरूरत है। Income Tax कानून के सेक्शन 80C (section 80c) के तहत जीवन बीमा पॉलिसी के प्रीमियम पर आप टैक्स छूट हासिल कर सकते हैं। अगर आपके पास पहले से जोखिम की कवरेज के हिसाब से जीवन बीमा पॉलिसी है तो आपको Income Tax बचाने के लिए दूसरे विकल्पों में निवेश करना चाहिए।