पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (PLI) के तहत आप भी कराएं अपना बीमा
यहां पर आपको पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के बारे में और उसके प्रकार के बारे में विस्तार से बताएंगे।
क्या आप जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस भी लाइफ इंश्योरेंस की सुविधा देते हैं। इसे पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस या PLI कहा जाता है, पहले पीएलआई में उम्र के अनुसार प्रावधान था लेकिन हाल ही में समय के अनुसार नियमों में बदलाव किया गया है और इन्हें उम्र के लिहाज से अन्य लाइफ इन्शोरेंस प्लांस की तरह ही कर दिया गया है।
पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस क्या है?
PLI अन्य लाइफ इंश्योरेंस की तरह ही है, केवल फर्क यह है कि इसे भारतीय डाक विभाग द्वारा चलाया जाता है। इसके अलावा, यह ट्रेडिशनल इंश्योरेंस पॉलिसी है ना कि टर्म इंश्योरेंस या यूलिप प्लान। इसकी शुरुआत 1884 में डाक कर्मचारियों के लिए की गई थी। सिंगल इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ही, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस की ग्रुप इंश्योरेंस स्कीम भी है जो कि डाक विभाग के अन्य कर्मचारियों (ग्रामीण डाक सेवक) के लिए है।
पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस 6 प्रकार के होते हैं:
1. सुरक्षा (पूरे जीवन का बीमा)
इस स्कीम में, बीमित राशि और बोनस की राशि बीमाधारक के 80 साल के होने पर या उसकी मृत्यु पर परिजनों को या कानूनी प्रतिनिधि को मिलती है। इस बीमा के लिए उम्र कम से कम 19 साल और अधिक से अधिक 55 साल होनी चाहिए। बीमा राशि कम से कम 20,000 और अधिक से अधिक 50 लाख हो सकती है। 4 साल के बाद लोन की सुविधा ले सकते हैं और 3 साल के बाद पॉलिसी को सरेंडर कर सकते हैं।
2. संतोष (एंडॉवमेंट एशोरेंस)
इस स्कीम में, बीमित राशि का निश्चित अनुपात मिलता है और मेच्योरिटी से पहले ही 35, 40, 45, 50, 55, 58 और 60 साल पर अर्जित बोनस मिलता है। बीमाधारक की मृत्यु होने पर, नॉमिनी या कानूनी प्रतिनिधि को अर्जित बोनस के साथ बीमित राशि मिलती है। इसमें भी बीमा के लिए उम्र कम से कम 19 साल और अधिक से अधिक 55 साल होनी चाहिए। बीमा राशि कम से कम 20,000 और अधिक से अधिक 50 लाख हो सकती है। 4 साल के बाद लोन की सुविधा ले सकते हैं और 3 साल के बाद पॉलिसी को सरेंडर किया जा सकता है।
3. सुविधा (बदलाव के विकल्प के साथ पूरा जीवन बीमा)
यह भी एक सम्पूर्ण लाइफ इंश्योरेंस है जिसे 5 साल बाद एंडॉवमेंट एशोरेंस पॉलिसी में बदला जा सकता है। बीमित राशि और अर्जित बोनस का एक निश्चित अनुपात दिया जाता है। मृत्यु होने पर निर्धारित व्यक्ति, नॉमिनी या कानूनी प्रतिनिधि को अर्जित बोनस के साथ बीमित राशि मिलती है। बीमा के लिए उम्र कम से कम 19 साल और अधिक से अधिक 55 साल होनी ज़रूरी है। बीमा राशि कम से कम 20,000 और अधिक से अधिक 50 लाख हो सकती है। 4 साल के बाद लोन की सुविधा ले सकते हैं और 3 साल के बाद पॉलिसी को सरेंडर किया जा सकता है।
4. सुमंगल (अनुमानित एंडोमेंट एश्योरेंस)
मनी बैक पॉलिसी अधिकतम 50 लाख के सम एश्योर्ड के साथ आती है और यह उन लोगों के लिए बेहतर है जो समय-समय पर रिटर्न चाहते हैं। सरवाइवल बेनीफिट बीमाधारक को समय-समय पर मिलते हैं। ये लाभ बीमाधारक की मृत्यु पर नहीं मिलते हैं, लेकिन बीमित राशि और अर्जित बोनस निर्धारित व्यक्ति, नॉमिनी या कानूनी प्रतिनिधि को मिलता है।
इस पॉलिसी की अवधि 15 और 20 साल है। इसे शुरू करने के लिए आयु 19 साल होनी चाहिए, जब कि अधिकतम आयु 20 साल की पॉलिसी के लिए 40 साल और 15 साल की पॉलिसी के लिए 45 साल होनी चाहिए। सरवाइवल बेनेफिट 15 साल की पॉलिसी में हर 6 साल, 9 साल और 12 साल में 20% मिलता है और मेच्योर होने पर 40% और अर्जित बोनस मिलता है। दूसरी तरफ 20 साल की पॉलिसी में हर 8 साल, 12 साल और 16 साल में 20% और मेच्योर होने पर 40% और अर्जित बोनस मिलता है।
5. युगल सुरक्षा (ज्वॉइंट लाइफ एश्योरेंस)
यह एक जोईंट लाइफ एंडोमेंट एश्योरेंस है जिसमें एक साथी पीएलआई पॉलिसी का हकदार होता है। साथ ही, दोनों जीवन साथियों को बीमा राशि की सीमा तक का लाइफ कवर मिलता और अर्जित बोनस मिलता है। इसमें दोनों जीवन साथियों की उम्र कम से कम 21 साल और अधिकतम 45 साल होनी चाहिए।
इसमें मिनिमम सम एश्योर्ड 20,000 रुपए है, जब कि अधिकतम 20 लाख है। बड़े पॉलिसी होल्डर की उम्र 45 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए और वे दोनों 21 से 45 साल के बीच होने चाहिएं। 3 साल बाद लोन की सुविधा ली जा सकती है। डेथ बेनीफिट दोनों में से एक जीवित व्यक्ति को या मुख्य पॉलिसी धारक को मिलता है।
6. बाल जीवन बीमा ( चाइल्ड पॉलिसी)
यह स्कीम पॉलिसीधारक के बच्चों (अधिकतम 2) को लाइफ कवर देती है। अधिकतम सम एश्योर्ड 3 लाख या पेरेंट के सम एश्योर्ड के बराबर, जो भी कम हो, वह होता है। बीमाधारक (पेरेंट) की उम्र 45 साल से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। ध्यान देने वाली बात है कि चिल्ड्रेन पॉलिसी में बीमाधारक (पेरेंट) की मृत्यु के बाद कोई प्रीमियम जमा नहीं करवाया जाता है। टर्म पूरा होने पर पूरी बीमित राशि और अर्जित बोनस मिलता है।
पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के लिए योग्यता
इन सेक्टरों के कर्मचारियों को मिलता है पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस का फायदा-
- सेंट्रल गर्वमेंट
- डिफेंस सर्विस
- पैरा-मिलिट्री फोर्सेस
- राज्य सरकार
- लोकल कर्मचारी
- सरकारी शिक्षा संस्थान
- भारतीय रिजर्व बैंक
- सरकारी संस्थान के अंतर्गत आने वाली संस्थान
- वित्तीय विभाग
- राष्ट्रीय बैंक
- ऑटोनॉमस संस्थान
- डाक विभाग के तहत अलग विभाग के एजेंट
- बीएसई, एनएसई, आईटी, बैंकिंग और फाइनेंस के कर्मचारी
- डॉक्टर, इंजीनियर
रुरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (RPLI) में सभी पुरुष या महिलाएं जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं वे पात्र हैं। साथ ही उन्हें भारत का नागरिक होना ज़रूरी है। विदेशी या एनआरआई इसके लिए पात्र नहीं हैं।