बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते वक्त इन बातों का दें ध्यान
सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर दें। पिछले कुल सालों से शिक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पैरेंट्स का खर्च लगातार बढ़ रहा है।
सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर दें। पिछले कुल सालों से शिक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पैरेंट्स का खर्च लगातार बढ़ रहा है। शिक्षा के अलावा एक और बड़ी रकम की जरूरत होती है बच्चों की शादी के समय। साथ ही साथ बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए एक बढ़िया योजना की जरुरत होती है।
तो फिर देर किस बात की आज बाल दिवस का अच्छा अवसर है। तो क्यों न आज के दिन ही अपने बच्चों के लिए भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखकर फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर दीजिए। परंतु इसके लिए काफी सावधानी बरतनी होगी, काफी सोच विचार कर के फैसला ले। जिससे कि आपके बच्चे को भविष्य में जरुरत पर पर्याप्त फाइनेंशियल सपोर्ट मिल सके। हम आपको बता दें कि फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय इन गलतियों से बचे।
सबसे पहले लक्ष्य तय न करना
आपके बच्चे के लिए पैसे की जरूरत अलग-अलग समय पर पड़ती है। जैसे कि स्कूल का खर्च, अंडरग्रेजुएट पढ़ाई का खर्च, पोस्ट ग्रेजुएट खर्च, शादी का खर्च। इसलिए आपको इन सभी लक्ष्यों की लिस्ट बनाकर उन पर आने वाली लागत का आकलन करते हुए फाइनेंशियल प्लनिंग करनी चाहिए।
चाइल्ड प्लाप पर निर्भर नहीं रहे
बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय केवल चाइल्ड प्लान जैसेकि इंश्योरेंस प्रोडक्ट या इसी तरह के अन्य दूसरे प्रोडक्ट्स पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। आपको यह आकलन करना चाहिए कि क्या चाइल्ड प्लान अकेले आपके बच्चे की भविष्य में पड़ने वाली जरूरत के लिए पर्याप्त है? इसलिए, बच्चों की यूनिक जरूरतों के लिए निवेश विकल्प चुनते समय किसी फाइनेंशियल सलाहकार से जरूर परामर्श करें।
कम रिटर्न एसेट्स में निवेश
एजुकेशन की बढ़ती महंगाई को देखते हुए यह साफ है कि कम दर से रिटर्न देने वाले विकल्प आपके लिए बेहतर नहीं हो सकते हैं। जैसेकि, अधिकांश फैमिली अपना भविष्य सुरक्षित रखने के लिए गोल्ड में भारी निवेश करते हैं। जबकि सोने का रिटर्न कई सालों से कमोबेश स्थिर रहा है। फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए आपको ऐसे जगह निवेश करना चाहिए जिससे कि तय समय आपको जरूरी रिटर्न मिल सके।
टर्म प्लान नहीं लेना
किसी भी कामकाजी व्यक्ति के लिए जिस पर फैमिली की जिम्मेदारी हो उसे एक टर्म प्लान जरूरी खरीदना चाहिए। असमय मृत्यु की स्थिति में टर्म प्लान फैमिली की जरूरतों के काम आ सकता है। टर्म प्लान लेते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वह आपकी मौजूदा सालाना इनकम का कम से कम 10 से 20 गुना हो।