कार इंश्योरेंस से संबंधित शब्दावली समझें आप भी
यहां पर आपको कार इंश्योरेंस से संबंधित शब्दावली के बारे में विस्तार से बताएंगे।
अक्सर ऐसा होता है कि आप अपनी कार का बीमा कराने तो चल देते हैं लेकिन कार इंश्योरेंस से संबंधित कई चीजों को नहीं जानते हैं। जिससे कई बार आपको नुकसान भी उठाना पड़ जाता है। तो वहीं यदि आप कार इंश्योरेंस से जुड़ी इन शब्दावली के बारे में पहले से जानते हैं तो आपको कई सारे लाभ भी मिल सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि ये शब्दावली क्या-क्या हैं?
कार इंश्योरेंस में IDV क्या है?
कार इंश्योरेंस में IDV (आईडीवी) आपकी कार का वर्तमान बाजार मूल्य है, जो वर्तमान या पूर्व शोरूम मूल्य पर तय किया गया होता है। बीमाधारक और बीमाकर्ता के बीच 5 साल या अप्रचलित मॉडल से ऊपर के वाहनों के लिए बीमा मूल्य होता है।
कार बीमा में जीरो डेप्रिसिएशन (मूल्यह्रास) क्या है?
जीरो डेप्रिसिएशन के अंतर्गत इंश्योरेंस को फुल कवर मिलता है, यानि कि दुर्घटना होने की स्थिति में क्लेम करने पर आपको कोई खर्च नहीं करना पड़ता और कार के पार्ट्स की मरम्मत या रिप्लेसमेंट में जो भी खर्च आता है वो इंश्योरेंस कंपनी उठाती है। वहीं सामान्य ऑटो इंश्योरेंस में खर्च का कुछ हिस्सा इंश्योरेंस कंपनी देती है और बाकी खर्च कस्टमर्स को देना पड़ता है। कारों के लिये जीरो डेप्रिसिएशन पॉलिसी 5 सालों के लिये मान्य होती है और कार के टायर और बैट्री जीरो डेप्रिसिएशन के अंतर्गत नहीं आते हैं।
कार इंश्योरेंस में अनिवार्य कटौती क्या है?
अगर आप अपनी कार के साथ किसी हादसे का शिकार हो जाते हैं, तो उदाहरण के लिये मान लें कि कार की मरम्मत में इंश्योरेंस कंपनी को 5000 रुपये खर्च करने पड़ेंगे तो आपको अनिवार्य कटौतीयोग्य या अनिवार्य अतिरिक्त के रूप में अपनी कार के सीसी के आधार पर 1000 या 2000 का कुछ भुगतान करना होगा ।
कार इंश्योरेंस पॉलिसी की अवधि क्या होती है?
सभी बीमा कंपनियों को इंश्योरेंस की अवधि(टाइम पीरियड) स्पष्ट रूप से बतानी पड़ती है। हर इंश्योरेंस पॉलिसी की एक निश्चित अवधि होती है, जिसके दौरान इंश्योरेंस कवर होता है। पॉलिसी किस दिन से शुरू हो रही है और किस दिन खत्म हो रही है, ये पॉलिसी डॉक्यूमेंट में साफ-साफ लिखा रहता है और इस अवधि के दौरान इंश्योरेंस मान्य रहता है। पॉलिसी की अवधि खत्म होने पर अगर आप इंश्योरेंस कवर का फायदा उठाना चाहते हैं तो आपको पॉलिसी रीन्यू (नवीनीकृत), यानि कि दोबारा शुरू करवाने की जरूरत होगी।
मोटर इंश्योरेंस के प्रकार
- दोपहिया वाहन का इंश्योरेंस
- मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस
- कमर्शियल व्हीकल इंश्योरेंस
- कार इंश्योरेंस
- दोपहिया वाहन का इंश्योरेंस- लंबे समय के लिये पॉलिसी
- ड्राइवस्मार्ट सर्विस
- मूल्य वर्धित सेवाएं
- कार इंश्योरेंस